सिमरिया (चतरा)। विश्व पर्यावरण दिवस व गंगा दशहरा पर नमामि गंगे के तहत सिमरिया प्रखंड के ईचाक कला बैलगड्डा में फल्गु नदी के उद्गम स्थल पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन उपायुक्त कीर्तिश्री जी ने वृक्षारोपण कर किया। इस अवसर पर अतिथि आगंतुक और जनप्रतिनिधियों को झारखंडी परंपरा के तहत फूलमाला पहनाकर स्वागत किया गया। नमामि गंगे के तहत गंगा की सहायक नदी निरंजना के संरक्षण हेतु जिला प्रशासन द्वारा काफी तत्परता दिखाई जा रही है। कार्यक्रम के पूर्व लोगों में जागरूकता लाने के लिए बीडीओ चंद्रदेव प्रसाद के नेतृत्व में स्कूली बच्चे, जेएसपीएल के सदस्य और आंगनबाड़ी सेविकाओं के साथ मिलकर प्रभात फेरी निकाली गई। प्रभात फेरी के बाद उद्गम स्थल पर उमड़ी भीड़ ने फल्गु (निरंजना ) नदी के संरक्षण के लिए श्रम दान सह स्वच्छता कार्यक्रम के तहत उद्गम स्थल की साफ सफाई की गई। बाद मे वन विभाग के सहयोग से पर्यावरण के लिए वृक्षारोपण किया गया। श्रमदान और वृक्षारोपण के बाद उपायुक्त द्वारा सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी, कर्मियो एव प्रखण्डवासियो को पर्यावरण के रक्षा की शपथ दिलाई गई। उन्होंने कहा कि आज जलवायु परिवर्तन का एकमात्र कारण पर्यावरण को संरक्षित नहीं करने से हो रहा है। हम आप सभी मिलकर एक-एक पेड़ प्रतिवर्ष लगाएं तो पर्यावरण की विकट समस्या से निजात मिल सकती है। कार्यक्रम में डीएफओ उतरी राहुल मीणा, डीएफओ दक्षिणी मुकेश कुमार, डीडीसी अमरेंद्र सिन्हा, एसडीओ सह आइएस सन्नी राज, एसी अरविंद कुमार, डीएलओ वैभव कुमार, सीओ सिमरिया, जिप अध्यक्ष, प्रमुख रोहण साव, जिप सदस्य देवनन्दन साव, रोहिणी देवी, मुखिया नरेश साव आदि ने भी वुक्षारोपण किया। कार्यक्रम में वन विभाग द्वारा जुट का थैला एवं पक्षी घर का वितरण किय गया। वन विभाग के द्वारा पॉलिथीन का उपयोग नहीं करने की अपीलकी गई। वहीं शाम में चौपाल, नुक्कड नाटक और भव्य तरीके से गंगा आरती कार्यक्रम का आयोजन किया गया।