टंडवा( चतरा) जिले के टंडवा में निर्माणाधीन 1980 मेगावाट के स्थापित नार्थ करनपुरा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट (एनकेएसटीपीपी) के तीसरे यूनिट का सिंक्रोनाइजेशन प्रक्रिया देर रात 19 मार्च को सफल हुआ। बताया गया कि रात्री 02:43 बजे जैसे ही तीसरे यूनिट से पिछले ढाई दशक से लंबे इंतजार के बाद पूर्ण विद्युत उत्पादन के लक्ष्य को जैसे हीं हासिल किया गया वहां बेसब्री से इंतजार कर रहे प्रबंधन के अधिकारी झूम उठे। विदित हो कि स्थापित दो यूनिटों से बिजली का उत्पादन व वितरण लगातार हो रहा है। यहां से उत्पादित बिजली झारखंड, बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में किफायती तौर पर निर्बाध वितरण किया जाने का लक्ष्य है। जानकारी दी गई कि भारत का यह पहला सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्रोजेक्ट है जिसे इतने बड़े स्तर पर एयर-कूल्ड कंडेंसर के साथ डिजाइन किया गया है। यहां स्थापित नवाचार तकनीक पारंपरिक तुलना में एक तिहाई पानी की खपत को कम करता है। क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक अरिंदम सिन्हा ने पूरे टीम को बधाई दिया। वहीं एचओपी संजीब कुमार सुआर ने सभी कर्मचारियों के लगातार परिश्रम और तकनीकी कुशलता की सराहना करते हुवे कहा कि तीसरे यूनिट के सिंक्रोनाइजेशन से एनटीपीसी की क्षमता में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों व अपने हितधारकों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस मौके पर कार्यकारी निदेशक (येश प्रबंधन) ए.के. शुक्ला समेत अन्य विभागों के प्रमुख मौजूद थे।