अवैध रूप से जम्मू-कश्मीर में रह रहे 10-12 पाकिस्तानी नागरिकों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। सरकार ने तय वीजा अवधि पर आये इन पाकिस्तानी नागरिकों को समय सीमा से खत्म होने से पहले भारत छोड़ने का स्पष्ट निर्देश दिया था। हिरासत में लिए गए लोगों में से अधिकांश महिलाएं हैं, जो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से आई थीं। वे कई वर्षों से घाटी में रह रही थीं और उनके बच्चे यहीं पैदा हुए हैं। यह कदम पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर उठाया गया है, जिसमें 26 नागरिकों की जान चली गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे।
सभी को भारत छोड़ने के लिए दिया गया था नोटिस
जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक हिरासत में लिए गए सभी व्यक्तियों को पहले वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी), कश्मीर में विदेशी पंजीकरण अधिकारी (एफआरओ) का प्रभार संभाले सीआईडी विशेष शाखा (एसबी) ने भारत छोड़ने के लिए नोटिस दिया था। यह कार्रवाई भारत सरकार के गृह मंत्रालय से जारी आदेश (संख्या 25022/28/2025-एफ दिनांक 25 अप्रैल, 2025) के अनुपालन में की जा रही है। उन्होंने बताया कि आदेश में निर्देश दिया गया था कि भारत में अवैध रूप से रह रहे सभी विदेशी नागरिक (पाकिस्तानी) 27 अप्रैल तक या उससे पहले देश छोड़ दें।
आदेश का पालन नहीं करने पर सभी लोगों को हिरासत में लेने के लिए अभियान शुरू किया गया
जम्मू और कश्मीर पुलिस ने सरकारी आदेश का पालन करने में विफल रहने वाले सभी लोगों को हिरासत में लेने के लिए एक समन्वित अभियान शुरू किया है। सूत्रों के अनूसार हिरासत में लिए गए लोगों में से अधिकांश महिलाएं हैं, जो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से आई थीं। वे कई वर्षों से घाटी में रह रही थीं और उनके बच्चे यहीं पैदा हुए हैं। हिरासत में लिए गए पाकिस्तानी नागरिकों को वाघा सीमा तक पहुंचाने में मदद की जाएगी, जहां उन्हें आवश्यक औपचारिकता पूरी करने के बाद पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा। (DD News)