भले महिलाओं व किशोरियों के प्रति हो रहे अपराधों को रोकने के लिए कई कानून बनाए गए हैं, साथ ही कई तरह के जागरुक्ता व सुरक्षा को लेकर केंद्र व राज्य स्तर पर कार्यक्रम भी चलाए जा रहे है। वहीं यूपी में तो और बड़े-बड़े दावे महिला व किशोरी सुरक्षा को लेकर किए गए हैं। लेकिन इसके ठीक विपरीत महिलाओं के प्रति यूवी में लगातार घटनाए हो रही है। इस बाद उत्तर प्रदेश के वाराणसी प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। जहां स्पोर्ट्स कॉलेज में एडमिशन की तैयारी कर रही पांडेयपुर की छात्रा से शहर के व्यस्ततम क्षेत्र में छह दिनों तक हैवानियत (गैंगरेप) होती रही। गैंगरेप के इस मामले में लालपुर-पांडेयपुर थाने में रविवार देर रात छात्रा की मां के बयान पर 23 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। जिसमें 12 नामजद और 11 अज्ञात हैं। मामले में राज विश्वकर्मा, समीर, आयुष, सोहेल, दानिश, अनमोल, साजिद, जाहिर, इमरान, जैब, अमन और राज खान को आरोपी बनाया गया है। सभी हुकुलगंज और आसपास के रहने वाले हैं। मामले के खुलासे के लिए डीसीपी चंद्रकांत मीणा के निर्देश पर गठित तीन टीमों ने छापेमारी कर 10 को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
पीडित की मां के अनुसार घटना से डरी पुत्री की परिस्थिति का सभी ने फायदा उठाया। होटल से बाहर उसे इमरान मिला। उसने होटल में उसे नशीला पदार्थ खिलाकर दुष्कर्म किया। भटकते समय बेटी को साजिद अपने दो दोस्तों के साथ मिला। वह उसे औरंगाबाद में किसी गोदाम में ले गया और हैवानियत की। इसके बाद साजिद अपने दोस्त अमन के साथ उसे किसी के कमरे में लेकर गया, जहां रातभर उसके साथ गलत किया गयाए। इसके बाद रात में उसे सिगरा स्थित मॉल के पास छोड़ दिया, जहां 2 अप्रैल की सुबह उसे राज खान नाम का युवक मिला। उसने हुकुलगंज घर ले जाकर नशीला पदार्थ खिलाकर गलत काम की कोशिश की, लेकिन मना करने पर अस्सी घाट पर छोड़ दिया। मां ने आगे बताया है कि 3 अप्रैल को बेटी अपनी सहेली के घर पहुंची और सो गई। शाम को घर आने के दौरान रास्ते में दानिश मिला। वह उसे एक कमरे पर ले गया, जहां सोहेल, शोएब और एक अन्य ने दुराचार किया। उनसे छूटकर बेटी फिर सहेली के घर आकर सो गई। 4 अप्रैल को घर पहुंची तो आपबीती सुनाई।