न्यूज स्केल संवाददाता
मयूरहंड(चतरा)। झारखंड बनने के बाद सिमरिया विधानसभा हजारीबाग लोकसभा से कटकर चतरा लोकसभा में शामिल हो गया। इसके पूर्व सिमरिया विधानसभा हजारीबाग लोकसभा मे शामिल था। झारखंड विधानसभा का पहला चुनाव 2005 में हुआ। जिसमें भाजपा प्रत्याशी उपेंद्रनाथ दास विजय हुए। 2007 में उपेंद्रनाथ दास के आकस्मिक निधन के बाद 2008 के उपचुनाव में भाकपा प्रत्याशी रामचंद्र राम ने भाजपा प्रत्याशी दिंवगत उपेंद्रनाथ कदास के पुत्र उज्जवल कुमार को पराजित करने में सफल रहे। रामचंद्र राम 27 वर्षों के संघर्ष के बाद जीत की मंजिल तक पहुंचे थे। स्व. राम 1980 से चुनाव लडना शुरू किए थे। इस दौरान कई बार दूसरे स्थान पर रहकर जीत से चुकते रहे थे। 2009 के चुनाव में जेवीएम प्रत्याशी जयप्रकाश भोक्ता ने झामुमो प्रत्याशी गणेश गंझु को मात देकर जेवीएम का झंडा लहराया था। 2014 में जयप्रकाश जेवीएम छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए और भाजपा के टीकट पर चतरा से चुनाव लड़ा। जबकि जेवीएम से गणेश गंझु को टिकट मिला और भाजपा प्रत्याशी सुजीत भारती को पछाड़कर विजयी रहे। चुनाव जीतने के बाद गणेश आधा दर्जन विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए। 2019 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी किशुन कुमार दास ने आजसू प्रत्याशी मनोज चंद्रा को पछाड़कर विजय रहे। मनोज उक्त चुनाव में अपने दमखम पर मात्र 10996 वोट से चुनाव जितने से वंचित रह गए थे। इस बार फिर झामुमो प्रत्याशी मनोज कुमार चंद्रा का मुकाबला भाजपा प्रत्याशी उज्जवल कुमार दास के साथ है।
झारखंड बनने के बाद सिमरिया विस से भाजपा व जेवीएम को दो-दो और भाकपा को एक बार प्रतिनिधित्व का मिला मौका
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