न्यूज स्केल संवाददाता
चतरा/गिद्धौर। प्रकृति पूजा व भाई-बहन के अटूट संबंधों का सात दिवसीय करमा पर्व रविवार को करम डाली विसर्जन के साथ समापन हो गया। शनिवार की रात अखाड़ा में करम डाली गाड़ा गया, जहां करमइतियों ने पूजा-अर्चना की। उसके बाद पारंपरिक करम गीतों के साथ पूरी रात नृत्य का आयोजन किया। कहीं मांदर, ढोल नगाड़े तो कही डीजे की धुन पर युवक-युवती खूब थिरके। गिद्धौर प्रखंड में भी झारखंड का प्रसिद्ध पर्व करमा एकादशी पर्व करम डाल के विसर्जन के साथ संपन्न हो गया। शनिवार संध्या में करम डाली की पूजा अर्चना की गई और रविवार सुबह नदी में डाली का विसर्जित किया गया। ज्ञात हेा कि पर्व को लेकर गांव के चौराहों पर प्रत्येक दिन संध्या में साथ दिनों तक अखाड़ा में झूमर का आयोजन किया जाता है। मान्यता के अनुरुप करम पूजा के दिन महिलाएं और युवतियां 9 तरह के अनाज को एक कटोरी में संग्रहित करके पूरे विधि-विधान के साथ पूजा किया गया है।
गाजे बाजे के साथ नाचती-झूमती महिलाओं ने किया करमा डाली का विसर्जन
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