घायल बहादूर बच्ची के घर पहुंचे बीडीओ की प्रशंसा, कहा राष्ट्रीय बाल पुरस्कार पदक के लिए उपायुक्त को लिखेंगे पत्र

newsscale
2 Min Read

न्यूज स्केल संवाददाता

मयूरहंड(चतरा): जिले के मयूरहंड प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत हुसिया गांव की 13 वर्षिय बहादुर काजल ने ऐसा साहसी कार्य कर दिखाया है कि हर कोई प्रशंसा कर रहा है। काजल ने अपनी जान की प्रवाह किए बगैर कुंए में छलांग लगा कर तीन वर्षीय बालक को डुबने से बचाया और खुद घायल हो गई। गुरुवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी साकेत कुमार सिन्हा बहादूर काजल के घर पर पहुंचे और बहादुरी के लिए काजल की हौसला अफजाई करते हुए प्रशांसा की। बीडीओ ने कहा की छोटी सी उम्र में बहुत ही हिम्मत का काम किया है। जो अन्य व्यक्ति के लिए प्रेरणा है। उन्होंने आगामी स्वतंत्रता दिवस पर काजल को सम्मानित करने के साथ राष्ट्रीय बाल पुरस्कार पदक के लिए उपायुक्त को पत्र लिखने की भी बात कही। घटना के बाद से बच्ची विद्यालय नही पहुंच रही थी। इसकी खोज खबर पारा शिक्षक सह सहायक अध्यापक रणंजय कुमार ने किया। घटना के बारे में पता चला तो शिक्षक ने काजल की गंभीर स्थिति देख उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मयूरहंड पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने गहन ईलाज के लिए हजारीबाग भेजा और शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज हजारीबाग में इलाज चल रहा था। लेकिन काजल के परिजन बुधवार रात बगैर अस्पताल प्रबंधन को बताए वापस गांव उसे ले आए। बीडीओ ने परिजनों को समुचित ईलाज करवाने के लिए पुनः हजारीबाग जाने को कहा। इसके अलावा तत्काल 25 किलो अनाज मुहैया करवाया। इस दौरान डीलर संघ के अध्यक्ष सतेंद्र सिंह, डीलर आदित्य प्रसाद भगत, राज कुमार भगत समेत अन्य शामिल थे।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *