
गांव के ही दो परिवारों ने मारपीट एवं टेंपो जलाने के शक को लेकर प्रसाद साहू की हत्या करने की रची साज़िश, हत्याकांड में शामिल मोहन महली पूर्व में पीएलएफआई का एरिया कमांडर था
न्यूज स्केल संवाददाता
झारखण्ड/गुमला। गुमला जिले के रायडीह थाना क्षेत्र में बीते दिनों पोगरा ग्राम निवासी प्रसाद साहू की तेजधार हथियार से लैस अपराधियों ने उस वक्त निर्मम हत्या कर दी जब वह अपनी पुत्री के साथ पैदल ऊंचडीह जा रहे थे। इस हत्याकांड को लेकर एसपी शंभू कुमार सिंह द्वारा गठित पुलिस टीम जिसका नेतृत्व एसडीपीओ एवं चौनपुर सर्किल इंस्पेक्टर महेंद्र करमाली कर रहे थे। जबकी टीम में रायडीह थाना प्रभारी कुंदन कुमार सिंह, पुलिस अवर निरीक्षक सुरज टोप्पो एवं सैट 11 के सशस्त्र बल के पुलिस कर्मी शामिल थै। टीम ने हत्याकांड में शामिल लोगों की जल्द गिरफ्तारी को लेकर तहकीकात करते हुए प्रसाद साहू हत्याकांड में शामिल चार लोग जिसमें दो पुरुष मोहन महली एवं लालधन लोहरा एवं महिलाओं में संतोषी नाग एवं ममता कुमारी की गिरफ्तारी के साथ ही एक देशी कट्टा एवं दो गोलियां सहित नगद 13 हजार रुपए की बरामदगी की। शुक्रवार को एसपी शंभू कुमार सिंह द्वारा अपने कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर पकड़े गए अपराधियों को मीडिया के समक्ष पेश करते हुए कहा कि इनकी गिरफ्तारी के पश्चात पुछताछ में बताया गया है कि मृतक प्रसाद साहू की हत्या करने का मुख्य कारण है कि इन्हें शक था कि प्रसाद साहू ने ही टेंपू को आग के हवाले किया था और मारपीट में शामिल था। एसपी ने आगे कहा कि पोगरा निवासी प्रसाद साहू के गांव के ही दो परिवारों द्वारा हत्या करने के लिए 1 लाख तीस हजार रुपए की सुपारी दी थी। हत्याकांड को अंजाम देने में शामिल मोहन महली पूर्व में पीएलएफआई का एरिया कमांडर भी था और इसके विरुद्ध मामले दर्ज हैं।