अस्ताचलगामी सूर्य को दिया अर्घ्य, आज उदयमान भास्कर की पूजा

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न्यूज स्केल संवाददाता
चतरा/गिद्धौर/टंडवा। छठ महापर्व सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि आस्था का प्रतीक है। परंपरा के मुताबिक वर्ष में दो बार छठ पर्व मनाया जाता है। कार्तिक मास व चौत्र माह में छठ पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। इसी कड़ी में रविवार को जिले मुख्यालय के अलावे, गिद्धौर, टंडवा, पत्थलगड़ा आदि प्रखंड के छठ घाटों में चौती छठ व्रतियों ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। ज्ञात हो कि 12 अप्रैल को नहाय खाय के साथ पर्व की शुरुआत हुई है। वहीं 13 अप्रैल को खरना पूजन के बाद से छठ व्रती महिलाएं अगले 36 घंटे तक निर्जला उपवास में हैं और रविवार को व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। वहीं सोमवार को छठ घाट पर उगते सूर्य को अर्ध्य देने के साथ ही चौती छठ पर्व समाप्त हो जाएगा। व्रती उसके बाद पारण करेंगी। दुसरी ओर गिद्धौर प्रखंड़ में आस्था का महापर्व चौती छठ पर्व को लेकर मुख्यालय स्थित रामसागर आहर में डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया गया। इससे पूर्व व्रती गाजे बाजे के साथ दंडवत देते राम सागर छठ घाट पहुंचे। जहां छठ घाट समिति सदस्यों ने व्रतियों को नारियल भेंट करने के साथ माला पहनाकर स्वागत किया। छठ घाट पर पंडित के द्वारा विधिवत पूजा अर्चना कर डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया गया। श्रद्धालुओं ने रामसागर छठ घाट को मेहनत कर सज्जा भी गया है। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष कपिल कुमार, सांसद प्रतिनिधि मनोज कुमार कुशवाहा, बिनोद पासवान, निरंजन दांगी, मोती कुमार, प्रनाथ महतो, मनोज व्यापारी सहित काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल थे।