झारखण्ड/गुमला -चैनपुर खुखड़ी बिछ रहे 60 वर्षीय वृद्ध विक्टर टोप्पो पर रविवार अगले सुबह लगभग 5:00 बजे रैन टोली जंगल के पास दो जंगली भालुओं ने जानलेवा हमला कर दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। वही रेंटोली गांव के कुछ लोग अपने खेत की ओर आ रहे थे तभी विक्टर को लहू लहान देखा तो उनसे जाकर पूरे मामले की जानकारी ली और आनन फानन में ग्रामीणों की मदद से चैनपुर स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां डॉक्टर नहीं होने के कारण कंपाउंडरों के द्वारा प्राथमिक उपचार किया गया। इसके बाद 108 एंबुलेंस की सहायता से बेहतर इलाज के लिए गुमला सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। घायल विक्टर टोप्पो ने बताया कि वह अपने गांव जुद्वानी से रैन टोली समधियान जा रहा था जिस समय जंगल के पास वह खुखड़ी बिछाने लगा तभी अचानक दो जंगली भालुओं ने उसे पर हमला कर दिया। किसी प्रकार वहां से भागकर छिप कर वह अपनी जान बचाया। घटना की जानकारी मिलते ही जीप सदस्य मेरी लकड़ा चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची और पूरे मामले की सुद ली। अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि अनुमंडल मुख्यालय के अस्पताल में डॉक्टर नहीं होना काफी दुर्भाग्य की बात है। चैनपुर अनुमंडल है यहां चैनपुर एवं जारी से लोग इलाज के लिए आते हैं। उन्होंने तत्काल फोन पर गुमला सिविल सर्जन डॉक्टर राजू कछप्प से बात कर पूरे मामले की जानकारी दी साथ ही चैनपुर में डॉक्टर की मांग की है जिस पर सिविल सर्जन राजू कछप्प ने कहा कि जल्द से जल्द चैनपुर में डॉक्टर की व्यवस्था की जाएगी।