
न्यूज स्केल संवाददात
टंडवा (चतरा)। टंडवा-सिमरिया मुख्य सड़क से हजारीबाग जिले के चट्टी बारियातु कोल परियोजना से उत्पादित कोयले की ढुलाई नो इंट्री का बेखौफ उल्लंघन करते हुए वाहनों का परिचालन की चर्चा इन दिनों जोरों पर है। मजे की बात तो यह है कि कोयले की ढुलाई के लिए जहां हजारीबाग जिला में नो इंट्री का सख्ती से अनुपालन हो रहा है। वहीं चतरा जिला का प्रशासनिक महकमा व राजनेताओं की मेहरबानी इस मामले में कोल ट्रांसपोर्टरों के प्रति साफ़ देखी जा सकती है। कोयले का ट्रांसपोर्ट कर रही प्रणव नमन जैसे अन्य कंपनियों को कटकमसांडी तक कोयले की ढुलाई करने के लिए चतरा जिले के ग्रामीण सड़क का उपयोग दिन-रात लगातार किए जाने के कारण प्रदूषण के साथ हीं सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि होने की बातें कही जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार प्रणव नमन कंपनी द्वारा हजारीबाग जिले के चट्टी बारीयातु का कोयला टंडवा के ग्रामीण सड़कों से एनटीपीसी, पिपरवार व कटकमसांडी में की जाती है। राजद प्रखंड अध्यक्ष सह 20 सूत्री उपाध्यक्ष नीरज तिवारी ने कहा कि जिला प्रशासन टंडवा में नो इंट्री का अनुपालन सख्ती से कराए। वहीं सिमरिया अनुमंडल के सांसद प्रतिनिधि रमेश राणा ने बताया कि जनहितों से समझौता कतई नहीं किया जा सकता। मुख्य सड़क में परिवहन भार बढ़ने के कारण दुर्घटनाओं में वृद्धि हुई है जिससे बड़े पैमाने पर जानमाल की क्षति हो रही है।