न्यूज स्केल संवाददाता
इटखोरी(चतरा): दस माह से न्याय के लिए चक्कर काट रही जिले के इटखोरी प्रखंड अंतर्गत मलकपुर पंचायत के उत्कर्मित मध्य विद्यालय खौराकला की रसोईया सविता देवी। रसोईया ने उपायुक्त अबु इमरान व जिला शिक्षा अधीक्षक से न्याय की गुहार लगा चुकी है। रसोईया सविता देवी ने प्रभारी प्रधानाध्यापिका साधना कुमारी पर मनमाने तरीके से पदमुक्त करने का अरोप लगाते हुए झारखंड शिक्षा सचिव एवं उपायुक्त से न्याय की गुहार लगाई थी। लेकिन 10 महीना बीतने के बाद भी रसोईया को न्याय नहीं मिला है। रसोईया का कहना है कि विद्यालय में रसोईया के पद पर वर्ष 2004 से कार्य करते आ रही है। वर्ष 2022 में कोरोना काल (कोविड-19) चल रहा था। उसी समय फरवरी माह में मेरे पेट में दर्द होने लगा और कोरोना काल में ही माह फरवरी 2022 में ऑपरेशन करवाई। कोविड-19 के बाद जब 7 मार्च 2022 से विद्यालय चालू हुआ। परंतु ऑपरेशन की स्थिति में विद्यालय में बच्चों के लिए मध्यान्ह भोजन बनाने में असमर्थ होने के कारण प्रधानाध्यापिका को 02 अप्रैल 2022 को लिखित आवेदन देकर स्थिति से अवगत कराते हुए स्वस्थ्य होने पर पुनः विद्यालय में कार्य करने की बात कही। इसके बावजूद प्रधानाध्यापिका ने हमे बिना कोई सूचना दिए मेरे स्थान पर किसी अन्य का चुनाव कर लिया, जो न्यायोचीत नही है।