
प्रतापपुर (चतरा)। प्रतापपुर वन क्षेत्र के अंतर्गत घोड़दौड़ पंचायत के कोलमाल्हन गांव के लोग इन दिनों भारी दहशत में जीवन बिता रहे हैं। इस डर का कारण है एक जंगली जानवर, जिसे ग्रामीण लारेवा बाघ कह रहे हैं। यह जानवर अब तक कई हमले कर चुका है और ग्रामीणों के बीच भय का माहौल बना हुआ है। एक दिन पूर्व गांव की चंद्रमणि देवी पर लारेवा बाघ ने हमला कर दिया, जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। उनके पुत्र सुरेंद्र यादव ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि बाघ के आतंक से पूरे गांव में भय व्याप्त है। सुरेंद्र यादव ने बताया कि अभी गांव इस दर्दनाक घटना से उबर भी नहीं पाया था कि बाघ ने एक हिरण को मारकर खा लिया। उसका अधखाया शव जंगल में देखा गया है। ग्रामीणों का कहना है कि हर सुबह जंगल से इस जंगली जानवर की दहाड़ सुनाई देती है, जिससे डर और बढ़ जाता है। ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि इस जानलेवा जानवर को जल्द से जल्द पकड़े, ताकि गांव में फिर से सामान्य जीवन लौट सके।