मयूरहंड(चतरा)। चित्रकूट की पावन भूमि, कामदगिरि पीठ पर एक साथ तीन पुस्तकों दृष्टि अपनी- अपनी राम अपने-अपने (काव्य कुंभ) महाकुंभ, चित्रकूट विशेषांक मासिक पत्रिका ष्साहित्य त्रिवेणीष् का विमोचन हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार चन्द्र शेखर बाजपेई श्शेखर, विशिष्ट अतिथि स्वामी डॉ. मदन गोपाल जी महाराज कामदगिरि पीठ, चित्रकूट, विशिष्ट अतिथि प्रख्यात समाजसेवी एवं साहित्यकार गोपाल जी उपस्थित हुए।कार्यक्रम का आयोजन डॉ. कुंवर वीर सिंह मार्तंड संपादक, साहित्य त्रिवेणी, कोलकाता एवं डॉ. कमलेश थापक सह-संपादक एवं व्यवस्थापक अध्यक्ष, संस्कृत विभाग, महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय द्वारा किया गया। तीनों पुस्तक सनातन संस्कृति की धरोहर के रूप में समाज को एक नई दिशा प्रदान करेगी। वक्ताओं ने कहा परम पूज्य संत गुरु देव महाराज के हाथों से (काव्य कुंभ) महाकुंभ पुस्तक का विमोचन होना सभी रचनाकारों के लिए गौरव का क्षण रहा। डॉ सुशीला कुमारी द्वारा सम्पादित पुस्तक ष्(काव्य कुंभ) महाकुंभ ष् के पुनीत कार्य के लिए सभी ने सराहना की। डॉ सुशीला कुमारी ने चित्रकूट में पुस्तक विमोचन कर चतरा ही नहीं झारखंड को भी गौरवान्वित किया है। डॉ सुशीला कुमारी ने इसके लिए विशेष रूप से डॉ मार्तण्डेय त्रिपाठी और डॉ कमलेश थापा का आभार व्यक्त किया है। संत समागम कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों से आए कवियों ने एक से बढ़कर एक रचनाओं का पाठ किया। जिसमें मुख्य रूप से डॉ. मनोरमा चंद्रा, सुषमा प्रेम पटेल, सीमा सुरेश पटेल, श्रद्धा पाठक श्स्वास्तिश्, आचार्य सुभाष रंजन, सुरेश चंद्र पटेल, प्रेम पटेल आदि उपस्थित रहे और पुनीत कार्य के साक्षी बने।