प्यार और बेवफाई का अंत मर्डर से, दो सरकारी टीचरों को पुलिस ने नितेंद्र हत्या मामले में किया गिरफ्तार
16 महीने पहले राजस्थान के फलौदी जिला अंतर्गत देचू कस्बा में एक नर कंकाल का सिर मिलने पर पुलिस ने जांच प्रारंभ की। उस समय पुलिस ने कंकाल की डीएनए जांच करवाई थी, जिससे पता चला कि नर कंकाल चूरू निवासी नितेंद्र की है, जो जयपुर में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। उस समय मृतक के पिता ने अपहरण के बाद नितेंद्र की हत्या होने की आशंका जताते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। दिसंबर 2023 में शुरू हुए इस केस की जांच करते-करते पुलिस ममता मीणा और जयकरण मीणा तक पहुंची और अप्रैल 2025 में दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों को कोर्ट में बीती शुक्रवार को पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
प्यार और बेवफाई का अंत मर्डर से
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ममता मीणा कुछ समय पहले प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी जयपुर में कर रही थी। इसी क्रम में उसकी दोस्ती नितेंद्र राज से हुई और बाद में प्यार में बदल गई। लेकिन प्रेम कहानी पर ब्रेक उस वक्त लगा जब ममता को नागौर के एक सरकारी स्कूल में टीचर की नौकरी लगी। इसके बाद ममता का अफेयर देचू के सरकारी स्कूल में पदास्थापित शिक्षक जयकरण से प्रारंभ हुई। दोनो एक ही गांव केनिवासी थे, ऐसे में उनकी पहले से ही जान पहचान थी, जो प्यार में बदल गई। इसी क्रम में नए प्रेमी को पुराने प्रेमी नितेंद्र के बारे में पता चला, तो उसने ममता के साथ मिलकर उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई। उसी योजना के तहत ममता ने कॉल करके नितेंद्र को जोधपुर बुलाया और पहुंचते ही महिला ने जयकरण के साथ मिलकर उसका अपहरण कर गाड़ी में डालकर दोनों उसे देचू लाए। इसके बाद उसकी हत्या कर शव को जला दिया। लेकिन कुछ समय बाद कंकाल के सिर को कुत्तों ने खोदकर बाहर निकाल दिया, जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ और जांच शुरू हुई। जांच के दौरान पुलिस को नितेंद्र की मोबाइल जैसलमेर जाने वाली बस में मिला। जिसमें लास्ट कॉल ममता के नंबर से ही था। इसके बाद पुलिस ने ममता के कॉल रिकॉर्ड चेक कराए, तब जाकर ममता और उसके नए प्रेमी जयकरण को गिरफ्तार कर जेल भेजा।