झारखण्ड/गुमला: गुमला एसपी शंभू कुमार सिंह को गुप्त सूचना मिलने पर गठित पुलिस टीम ने कामडारा थाना क्षेत्र में सधन छापामारी अभियान में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के सुप्रीमो सहित तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है। जिसमें दुर्गा सिंह जो पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप की गिरफ्तारी के बाद गुमला जिले सहित अन्य जिलों में अपनी पकड़ मजबूत बनाने में लगा हुआ था, सुप्रीमो दुर्गा सिंह सहित दो अन्य साथी क्रमशः की गिरफ्तारी से पीएलएफआई संगठन विस्तार को बड़ा झटका लगा है। गुमला एसपी शंभू कुमार सिंह द्वारा आज अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करते हुए उपरोक्त तीनों पीएलएफआई संगठन के उग्रवादियों को मीडिया के समक्ष पेश करते हुए कहा कि गुप्त सूचना मिली थी कि कामडारा थाना क्षेत्र में पीएलएफआई संगठन के उग्रवादियों द्वारा कोई बड़ी घटनाओं को अंजाम देने के लिए गतिविधियां तेज हुई है इस सूचना पर त्वरित जिला पुलिस टीम एवं बसिया अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के साथ ही सुरक्षा बलों को उग्रवादियों की गिरफ्तारी के लिए भेजा गया जिसमें जब पुलिस टीम ने देखा कि दो बाइक पर कुछ लोग पुलिस टीम को देखते ही भागने का प्रयास किया जिसमें से एक बाइक पुलिस से जंगल का लाभ उठा भागने में कामयाब हो गए जबकि एक बाइक पर तीन लोगों को पुलिस ने अपनी गिरफ्तारी पर ली और उनसे पुछताछ में मालूम पड़ा कि पकड़े गए तीनों पीएलएफआई संगठन विस्तार में शामिल होकर अपनी पकड़ मजबूत बनाने में लगे हुए थे जिसमें से एक उग्रवादी दुर्गा सिंह ने कबूला है कि वह पीएलएफआई संगठन का सुप्रीमो बनकर उग्रवादी संगठन पीएलएफआई का काम करते हुए संगठन को मजबूत बनाने में लगा हुआ था वहीं उसने बताया है कि पीएलएफआई संगठन का सुप्रीमो दिनेश गोप के बाद अब वह ही सुप्रीमो बना है इसके साथ अन्य दो पीएलएफआई उग्रवादियों की गिरफ्तारी जो की गई है उनके नाम कलेश्वर हजाम एवं राजकुमार सिंह है वहीं इनके पास से एक रायफल एक देशी कट्टा 8 गोलियां एवं एक बाइक मोबाइल एवं पीएलएफआई का पर्चा बरामद किया गया है। एसपी शंभू कुमार सिंह ने कहा कि गुमला जिले में लगातार पुलिस टीम नक्सलियों एवं उग्रवादियों की गिरफ्तारी को लेकर सधन छापामारी अभियान जारी रखा गया है एवं उन्होंने एक बार फिर से वैसे संगठन पीएलएफआई एवं माओवादियों से साफ-साफ कहा है कि सरकार की आत्मसर्मपण नीति से जूडने के लिए पुलिस अपील कर रही है मुख्यधारा में शामिल होकर लाभ उठा सकते है। पीएलएफआई संगठन के उग्रवादियों की जो गिरफ्तारी की गई है उनके अनेकों अपराधिक कांड विभिन्न थानों में दर्ज मामले पाया गया है।