लोहरदगा। बी एस कॉलेज लोहरदगा के वरीय प्राध्यापक सह क्षेत्रीय भाषा विभाग के अध्यक्ष प्रो नईम खान 40 साल सेवा देने के उपरांत शनिवार को सेवानिवृत हो गए। सभी औपचारिकता के बाद कॉलेज प्रशासन एवं विद्यार्थियों के द्वारा भव्य विदाई समारोह का आयोजन किया गया। जिसमे सबसे पहले झारखंडी रीति रिवाज के अनुरूप परिछ कर ढोल- मांदर के साथ नृत्य करते हुए विद्यार्थी उन्हें बहुउद्देशीय भवन स्थित मुख्य मंच तक लेकर आए। स्वागत गीत एवं नृत्य के बाद सभी शिक्षकों ने उन्हें पुष्पगुच्छ, स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। कॉलेज के वरीय प्राध्यापिका डॉ नीता सहाय ने प्रो नईम खान के लिए स्मृति पत्र पढ़ा। जिसमें कॉलेज के परीक्षा नियंत्रक, बरसर,विभागाध्यक्ष आदि पदों पर उनके निष्ठापूर्वक योगदान के लिए उनके प्रति आभार प्रकट किया गया। प्रो नईम खान ने 1985 से 1989 तक अस्थाई शिक्षक के रूप सेवा दी। सन 1989 में महाविद्यालय के स्थाई सहायक प्राध्यापक हो गए। कॉलेज में बर्सर, क्षेत्रीय भाषा के विभाग के अध्यक्ष आदि कई पदों पर रहें और तब से लेकर आजतक इन्होंने पूरी निष्ठा से निष्कलंक , बेदाग और बेमिसाल सेवा दी। विदाई समारोह में मौजूद सभी शिक्षक शिक्षकेत्तर कर्मचारी एवं विद्यार्थियों की आंखे नम थी। सभी लोग प्रो नईम खान के उद्गार सुन कर भाव विभोर हो रहे थे। प्रो नईम खान को जब मंच पर बुलाया गया तो बोलते बोलते वो भावुक हो गए। कॉलेज के प्राचार्य डॉ शिव कुमार प्रसाद गुप्ता ने कहा की प्रो खान के 40 साल की सेवा अविस्मरणीय है। उनकी जिंदादिली बेजोड़ है वो जिससे मिलते हैं उनसे मधुर संबंध बना लेते हैं। वे जिस पद पर रहे पूरी ईमानदारी एवं निष्ठा से अपने कर्तव्यों का पालन किया। कॉलेज के रसायनशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ शशि गुप्ता ने कहा की प्रो नईम खान जैसी सख्शियत बहुत कम होती है। कॉलेज में सभी के साथ उनका आत्मिक संबंध था। 40 साल की बेदाग सेवा अपने आप में एक रिकॉर्ड है और वर्तमान में कार्यरत लोगों के लिए लिए अनुकरणीय है। कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक प्रो मनीष मिश्रा ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में कॉलेज के सभी शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने सराहनीय भूमिका निभाई। मौके पर कॉलेज के सभी शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी एवं भारी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।