न्यूज स्केल उप संपादक रवि भूषण सिन्हा
रांची/चतरा। भाजपा प्रत्याशी कालीचरण सिंह के नामांकन से सहयोगी सह पार्टी के पूर्व विधायक जयप्रकाश सिंह भोक्ता के दूर रहने से अटकलों के बाजार गरम हैं। तो वहीं अफवाहें भी सच प्रतित होने लगी हैं। सहयोगी शब्द का हमने इस्तेमाल इस कारण से किया है चुकि भाजपा के लोस प्रत्याशी व पूर्व विधायक दोनों पूर्व में जेवीएम में थे और पूर्व विधायक तो जेवीएम से सिमरिया विधायक भी रह चुके हैं। ऐसे में चतरा लोकसभा के दो विधानसभा का प्रतिनिधित्व कर चुके भाजपा नेता अगर भाजपा प्रत्याशी के नामांकन से दूर रहे तो प्रश्न उठना स्वभाविक है। इससे इतर उनकी एक और पहचान है कि वे भाजपा जिलाध्यक्ष रामदेव सिंह भोक्ता के भाई भी हैं। तो क्या यह मान लिया जाय कि भाजपा जिलाध्यक्ष के घर मे ही सेंधमारी हो गयी है और उनके रिश्तेदार ही उनके बातों पर भरोषा नही कर रहे। अगर यह सत्य है तो जनता को कैसे अपने समर्थन के लिए आह्वाहन कर सकेंगे भाजपा के वर्तमान जिलाध्यक्ष? क्या यह प्रश्न नही उठेगा कि पहले अपने भाई को समझाइये जो इसी पार्टी के सदस्य थे और अगर कोई यह प्रश्न नही करता तो क्या यह समझ लिया जाय कि मन में सबके है पर बिल्ली के गले घण्टी कौन बांधे? यह यक्ष प्रश्न है जिसका जवाब आज नही तो कल इन्हें देना पड़ेगा।