न्यूज स्केल संवाददाता बिरेंद्र साहु
टंडवा(चतरा)। जिले के टंडवा प्रखंड की लाइफलाइन सड़क से कोयले के बाद अब फ्लाई ऐश (राख) की ढुलाई की संभावना पर चारों ओर विरोध के स्वर उठने लगे हैं। उतरी क्षेत्र के जिला परिषद सदस्य देवंती देवी, मिश्रौल मुखिया सुबेश राम, काबरा मुखिया निलेश ज्ञासेन ने ब्यान जारी कर कड़ा विरोध जताया है और जिला प्रशासन से फ्लाई येस ढुलाई कार्य नहीं कराने की मांग की है। पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा है कि टंडवा-सिमरिया मुख्य सड़क पंचायत, प्रखंड व जिला मुख्यालय को जोड़ती है तथा सैकड़ों विद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्र अवस्थित है। भारी संख्या में आमजन की मौत असमय हाइवा के चपेट में आकर हो चुकी है तथा हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। जिप सदस्य देवंती ने कहा की वर्तमान में चट्टीबरियातु व आम्रपाली कोल परियोजना से प्रतिदिन हजारों की संख्या में कोयला लदे हाइवा वाहन दौड़ रहे है। अब एनटीपीसी की नॉर्थ कर्णपुरा विद्युत परियोजना से कोयले के अवशेष की ढुलाई किए जाने को लेकर ट्रांसपोर्टरों की गिद्ध दृष्टि लगी हुई है। जिसे कामयाब नही होने दिया जाएगा। जिले के उपायुक्त समेत संबंधित अधिकारी को लिखित आवेदन देकर कोयला व राख की ढुलाई पर रोक लगाने की मांग की जाएगी। मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर न्यायलय का दरवाजा खटकाया जाएगा। कबरा मुखिया ने कहा कि अगर फ्लाई ऐश की ढुलाई सिमरिया-टंडवा मुख्य पथ से होती है तो क्षेत्र के हजारों जनसमर्थन के साथ विरोध में सड़क पर उतरा जाएगा। कम्पनियां और उनके अधीन वाले ट्रांसपोर्टर अपने निजी फायदे के लिए आमलोगों की जिंदगी को नर्क बनाने के साथ मौत के मुंह में ढकेलने का काम कर रहे हैं। जबकी एनटीपीसी के पास टंडवा-बड़कागांव मुख्य पथ तथा टंडवा-रांची मुख्य पथ का विकल्प है, तो फिर विकल्प का उपयोग क्यों नहीं किया जा रहा है।
टंडवा(चतरा)। जिले के टंडवा प्रखंड की लाइफलाइन सड़क से कोयले के बाद अब फ्लाई ऐश (राख) की ढुलाई की संभावना पर चारों ओर विरोध के स्वर उठने लगे हैं। उतरी क्षेत्र के जिला परिषद सदस्य देवंती देवी, मिश्रौल मुखिया सुबेश राम, काबरा मुखिया निलेश ज्ञासेन ने ब्यान जारी कर कड़ा विरोध जताया है और जिला प्रशासन से फ्लाई येस ढुलाई कार्य नहीं कराने की मांग की है। पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा है कि टंडवा-सिमरिया मुख्य सड़क पंचायत, प्रखंड व जिला मुख्यालय को जोड़ती है तथा सैकड़ों विद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्र अवस्थित है। भारी संख्या में आमजन की मौत असमय हाइवा के चपेट में आकर हो चुकी है तथा हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। जिप सदस्य देवंती ने कहा की वर्तमान में चट्टीबरियातु व आम्रपाली कोल परियोजना से प्रतिदिन हजारों की संख्या में कोयला लदे हाइवा वाहन दौड़ रहे है। अब एनटीपीसी की नॉर्थ कर्णपुरा विद्युत परियोजना से कोयले के अवशेष की ढुलाई किए जाने को लेकर ट्रांसपोर्टरों की गिद्ध दृष्टि लगी हुई है। जिसे कामयाब नही होने दिया जाएगा। जिले के उपायुक्त समेत संबंधित अधिकारी को लिखित आवेदन देकर कोयला व राख की ढुलाई पर रोक लगाने की मांग की जाएगी। मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर न्यायलय का दरवाजा खटकाया जाएगा। कबरा मुखिया ने कहा कि अगर फ्लाई ऐश की ढुलाई सिमरिया-टंडवा मुख्य पथ से होती है तो क्षेत्र के हजारों जनसमर्थन के साथ विरोध में सड़क पर उतरा जाएगा। कम्पनियां और उनके अधीन वाले ट्रांसपोर्टर अपने निजी फायदे के लिए आमलोगों की जिंदगी को नर्क बनाने के साथ मौत के मुंह में ढकेलने का काम कर रहे हैं। जबकी एनटीपीसी के पास टंडवा-बड़कागांव मुख्य पथ तथा टंडवा-रांची मुख्य पथ का विकल्प है, तो फिर विकल्प का उपयोग क्यों नहीं किया जा रहा है।