*कारगिल विजय की रजत जयंती पर*सोल्जेराथान- रन फोर द ब्रेभहार्टस* का आयोजन किया गया* * वीरों को सम्मान देने के लिए ट्रूप संख्या 18/46/ झारखण्ड बटालियन एनसीसी डीएवी पब्लिक स्कूल गुमला द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया*

0
85

झारखण्ड/गुमला -हमारा तिरंगा हवाओं से नहीं बल्कि उसके शान की ख़ातिर सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीरों की अंतिम साँस से लहराता है. 527 शहीदों , 1,363 घायल वीरों समेत अन्य वीरों ने 3 मई से 26 जुलाई तक सन् 1999 में अपने प्राणों की बाज़ी लगाकर करगिल युद्ध में पाकिस्तान को धूल चटाकर भारत को विजय दिलाई. कारगिल विजय की रजत जयंती के अवसर पर उन सभी वीरों को सम्मान देने के लिए ट्रूप संख्या 18/46 झारखंड बटालियन एनसीसी डीएवी पब्लिक स्कूल गुमला के द्वारा “सोल्जेराथान – रन फ़ोर द ब्रेभहार्ट्स” का आयोजन किया गया. इस अवसर पर डीएवी पब्लिक स्कूल्स झारखंड जोन-आई सहायक क्षेत्रीय अधिकारी डॉ ग़ुलाम नबी ख़ान, डीएवी गुमला प्रधानाचार्य डॉ रमाकान्त साहू, डीएवी लोहरदगा प्रधानाचार्य जीपी झा, एलएमसी सदस्य श्री देवसागर सिंह , एएनओ अभिजीत झा ने एक मेमेंटो रिलीज़ किया. डा ग़ुलाम नबी ख़ान ने कहा कि कारगिल युद्ध में हमारे प्रत्येक जवान के बलिदान पर हमारा आज का भविष्य टिका हुआ है.इस युद्ध में शहीदों ने भारतीय सेना की शौर्य व सर्वोच्च बलिदान की उस परंपरा का निर्वहन किया जिसकी सौगंध हर भारतीय सैनिक तिरंगे के समक्ष लेता है. डॉ रमाकान्त साहू ने कैडेटों को कहा कि आज के दिन हम उन वीरों को नमन करें ,उनके शौर्य को याद करें. उन्होंने कारगिल युद्ध की जानकारी देते हुए कहा कि कारगिल की ऊंची चोटियों को पाकिस्तान के कब्जे से आजाद करवाते हुए बलिदान देने वाले देश के वीर सपूतों की याद में हर साल कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है. कारगिल विजय दिवस हर साल 26 जुलाई को 1999 में कारगिल युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. सहायक एनसीसी अधिकारी सेकेंड आफ़िसर अभिजीत झा ने कहा कि हर साल इस दिन हम करगिल युद्ध में शहीद हुए सैकड़ों भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हैं. आज हम सभी इस दिवस की महत्ता को नमन करते हुए प्रण हर लेते हैं कि समय आने पर राष्ट्र के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने के लिए तत्पर रहेंगे. इस अवसर पर कैडेटों ने नीमटोली में एवं आसपास के इलाकों में दो किलोमीटर की दौड़ लगायी. इस दौड़ में कैडेट नमन कुमार उराँव, संजनी उराँव, सुहानी प्रीत, विपुल अग्रवाल,रविंद्र लोहरा, वैभव लकड़ा, रोहन गोप, आरुष संस्कार जयसवाल,आदित्य राज , सौरांश कुमार, आजाद राज ,आर्यन कुमार सिंह ,अनुज कुजूर, ख़ुशी उराँव, आर्यन सिंह, नूपुर कुमारी, सृष्टि उराँव,लक्ष्मी कुमारी, अभिजीत कुमार,अनिशा कुमारी, आर्यन कुमार सोनी,शिव शंकर सारंगी, समर चौरसिया,इशिका कुमारी,आद्या महापात्र, शौर्य केसरी,कौशल सिंह, अपेक्षा उराँव, सौम्य कच्छप, शैली ठाकुर,प्रशांत कुजूर, कनक वर्धन,सचिन कुमार गोप, कुमार श्रीवत्स,अनुष्का कुमारी,खुशी कुमारी, समृद्धि कुमारी , पलक कुमारी सिंह ,अपूर्व श्री,दिव्यांश रूद्र ,रानी उराँव,रितु कुमारी,श्रेयश सौर्य,अथर्व सिंह,लक्की साहू,अलफी बहार,लक्ष्य सोधानी, अंशु कुमारी ,अर्पणा कुमारी,निखिल कुमार,अंकित कुमार सिंह,सूरज कुमार सिंह, अश्मि उत्तरा, स्मृति उराँव, तनिष्का उराँव, रिया यादव, कोमल कुमारी, एंजेलीना, विक्की कुमार यादव, देवाशीष ने भाग लिया.