लोहरदगा: नगर भवन में सोमवार को कांग्रेस चुनाव परिणाम समीक्षा समिति की बैठक के दौरान पार्टी के दो गुटों के बीच जमकर भिड़त हो गई। कांग्रेस की बैठक के दौरान हंगामा इतना आगे बढ़ गया कि जमकर दोनों गुटों के कार्यकर्ताओं ने कुर्सियां चलाई। घटना की पुष्टि कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुखैर भगत सहित कई नेताओं ने की है। समिति के अध्यक्ष प्रदीप बालमुचू के सामने ही हंगामा हुआ और दोनों गुटों के कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगाए। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के जिला स्तरीय नेता के साथ हाथापाई की गई है। नेता को मंच से खींचकर उतारने का प्रयास किया गया। कुर्सियां तोड़ी गई। मामले में कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुखैर भगत का कहना है कि कुछ असामाजिक तत्व बैठक में पहुंचकर बैठक को प्रभावित करने का प्रयास किया है। उन्हें जातिसूचक बातें कहकर प्रताड़ित किया गया है। हंगामा करने वाले लोगों का कहना है कि वे आदिवासी के नीचे काम नहीं कर सकते हैं। हंगामा ऐसे लोगों ने किया, जो पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ थे। कांग्रेस पार्टी को जानकारी भी नहीं है कि वह कब कांग्रेस संगठन में वापस आए हैं। वही लोग बैठक को प्रभावित कर रहे थे। वे इस मामले में कानूनी सलाह ले रहे हैं। जिसके बाद प्राथमिकी दर्ज कराएंगे।कांग्रेस के प्रदेश स्तरीय नेता नेसार अहमद का कहना है कि लोकसभा चुनाव की समीक्षा बैठक चल रही थी। इसी दौरान आलोक साहू ने कहा कि मंच में गुमला-लोहरदगा कांग्रेस जिलाध्यक्ष और विधायक प्रतिनिधि बैठे हुए हैं। इन्हें मंच से नीचे उतार दिजिए। जिसे लेकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुखैर भगत प्रतिकार करने लगे। जिसके बाद कार्यकर्ता मंच में चढ़ गए और सुखैर भगत को मंच से खींचने का प्रयास किया। जिसके बाद हमने चुनाव परिणाम समीक्षा समिति के अध्यक्ष प्रदीप कुमार बलमुचू से अनुरोध किया है कि जो आरोप हैं और जो बातें सामने आ रही है उन बातों को प्रदेश और केंद्रीय कमेटी तक जरूर पहुंचाएं। जिन लोगों ने पार्टी के खिलाफ काम किया है उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए और उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना होगा।वही मामले में कांग्रेस चुनाव परिणाम समीक्षा समिति के अध्यक्ष प्रदीप कुमार बलमुचू का कहना है कि उन्हें जानकारी मिली है कि पार्टी में कुछ लोग अलग-अलग काम कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव जीतने के बाद भी कुछ कमियां दिखाई दे रही है, उन कमियों को जानने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि मारपीट को लेकर उन्होंने कुछ भी नहीं कहा।
गौरतलब है कि पिछले दिनों लोहरदगा में कांग्रेस के एक गुट के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दूसरे पक्ष के नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए पुतला दहन किया था।इस पक्ष के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दूसरे पक्ष के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लोकसभा चुनाव के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी चमरा लिंडा के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया था। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच चुनाव परिणाम के बाद से ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर निरंतर चल रहा है।