अब ग्रामीण विकास के लिए गोलबंद नहीं चलने देंगे उग्रवादियों की हुकूमत जिले के जागरूक ग्रामीणों ने पुल निर्माण कार्य चालू रखने के लिए गोलबंद हुए
झारखण्ड /गुमला: घाघरा प्रखंड के डूको सिकवार गांव में कोयल नदी पर बन रहे पुल निर्माण कार्य को उग्रवादी संगठन द्वारा बंद करने की धमकी दिए जाने के बाद बंद हुए निर्माण कार्य को ग्रामीणों ने शनिवार को बैठक कर शुरू करवाया। इस क्रम में ग्रामीणों ने कहा कि डूको सिकवार से सिसई प्रखंड के जलका गांव को जोड़ने हेतु कोयल नदी पर पुल बन रहा है। जिससे लोगों को आवागमन में काफी लाभ मिलेगा। लेकिन बीते दिन बताया गया कि उग्रवादी संगठन के धमकी से पुल निर्माण का कार्य बंद कर दिया गया है।जिसे लेकर ग्रामीणों ने उक्त स्थल पर बैठक किया। बैठक में साफ चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी हाल में पुल निर्माण का कार्य बंद नहीं होगा। वैसे लोग जो असामाजिक तत्व है या फिर उग्रवादी है। लोग सुधर जाए अन्यथा ग्रामीणों द्वारा अभी सिर्फ चेतावनी दी जा रही है। बाद में ऐसे लोगों पर कार्रवाई होगी। इसके साथ ही ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से भी उक्त पुल बनाने में पुलिस सुरक्षा देने की मांग की है। ताकि निर्माण कार्य में किसी भी तरह का कोई परेशानी न हो सके। विकास का कार्य धीमी ना हो।इस क्रम में सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण शामिल थे।
ग्रामीणों ने बताया कि 5 की संख्या में आए उग्रवादियों ने मुंशी को कार्य को बंद करने का दिया था धमकी*
ग्रामीणों ने बताया कि गुरुवार की रात पांच की संख्या में मुंह पर कपड़ा बंधाए पांच लोग उक्त पुल बना रहे ऑफिस में मुंशी के पास पहुंचे थे और टीएसपीसी नाम का पर्चा छोड़ पूल निर्माण कार्य को बंद करने की धमकी दी थी। इसके मुंशी द्वारा शुक्रवार को पुल निर्माण कार्य को बंद कर दिया गया था।
पुलिस को सूचना मिलने पर घटनास्थल पहुंच पर्चा को किया बरामद
इधर घटना की सूचना ठेकेदार द्वारा पुलिस को दिए जाने के बाद पुलिस शुक्रवार की देर दोपहर घटनास्थल पहुंच पर्चा को बरामद किया और मामले की छानबीन में जुटी हुई है।
एसडीपीओ ने इस संबंध में कहा
इस संबंध में एसडीपीओ सुरेश यादव से पक्ष दूरभाष पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अब तक ठेकेदार द्वारा किसी भी तरह का लिखित आवेदन नहीं दिया गया है। लेकिन मामला आया है इसकी जांच की जा रही है और पुलिस द्वारा सुरक्षा हर दृष्टिकोण से दी जाएगी