सीखने की प्रक्रिया में शैक्षणिक भ्रमण जरूरी – डीईओ

Anita Kumari
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लोहरदगा: झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद रांची के निर्देश के आलोक में एवं राष्ट्रीय आविष्कार अभियान एवं नवाचार के अंतर्गत लोहरदगा जिला के विभिन्न माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों से चयनित कुल छात्र-छात्राओं का दल शैक्षणिक भ्रमण हेतु बिहार के गया जिला के लिए सुबह रवाना हुआ। दिनांक 27 से 30 मार्च तक निर्धारित इस कार्यक्रम में बिहार के प्रसिद्ध दार्शनिक स्थल राजगीर, नालंदा विश्वविद्यालय, बोधगया, प्राचीन मल्टिमीडिया म्यूजियम एवं विश्व शांति स्तूप इत्यादि का भ्रमण करेंगे। सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस नदिया लोहरदगा से छात्र-छात्राओं से भरी बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए लोहरदगा जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ. नीलम आईलीन कुजूर ने सुरक्षित यात्रा की कामना की। उन्होंने छात्रों एवं गाईड कर्मियों एवं शिक्षकों को शैक्षणिक भ्रमण के उद्देश्यों की चर्चा करते हुए कहा कि इससे प्रत्यक्ष अनुभव के साथ सीखी हुई चीजें स्थाई रूप से दिमाग में रहती हैं। दुसरे राज्य के ऐतिहासिक और दार्शनिक स्थलों के भ्रमण से बच्चे सभ्यता, संस्कृति से परिचित होंगे और यह उनते सीखने की प्रक्रिया में सहायक होगा। जिला जेंडर समन्वयक सपना सिंह ने बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण के दौरान बरती जानेवाली सावधानियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मौके पर चयनित छात्रों के समूह के साथ समूह लीडर के रूप में रा. उ. उच्च विद्यालय जिंगी के प्र. प्रधानाध्यापक अलीरजा अंसारी, प्रो. उच्च विद्यालय मक्का के प्र. प्रधानाध्यापक बिहारी लकड़ा, सहायक शिक्षक सुदामा साहू, बैजंती उरांव, आलोक कुमार, रश्मि खेस, भंडरा बीआरपी बेबी कुमारी, झारखंड शिक्षा परियोजना लोहरदगा कार्यालय सहायक चंचल साहू, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अम्बुज्या पांडे, प्र. प्रधानाध्यापक वैद्यनाथ प्रजापति, देवनंदन नायक, शिक्षक सुरेश कुमार, परियोजना कर्मी सुफियान अंसारी सहित कई लोग उपस्थित थे।

 

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