*गुमला केन्द्रीय विद्यालय की आठवीं कक्षा की छात्रा प्रज्ञा राज को उसका उत्साह बढ़ाने के लिए क्राउन पहना कर उत्साहवर्धन किए – फैशन शो प्रतियोगिता में सफलता प्राप्त की है*

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झारखण्ड/गुमला – गुमला केन्द्रीय विद्यालय कक्षा आठवीं की छात्रा प्रज्ञा राज को गुमला नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी ने क्राउन पहना कर छोटी सी उम्र में माता-पिता सहित गुमला- का नाम रौशन करने वाली छात्रा प्रज्ञा राज का उत्साहवर्धन किए वहीं इस मौके पर छात्रा प्रज्ञा राज ने कहा कि मुझे बचपन से ही फैशन शो देखने का शौक था फैशन शो देखकर मेरे मन में इच्छा जागृत होती थी कि मैं भी एक माडल बनू, और इस क्षेत्र में अपना , अपने परिवार , अपने देश और आपने जिले का नाम रौशन करूं शुरु में तो कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था कि इस क्षेत्र में स्थापित होने के लिए शुरुआत कहाँ से की जाए । लेकिन कुछ छोटी – छोटी प्रतियोगिताओं में शामिल होने के बाद मुझे पहला बड़ा ब्रेक दिया बॉबी इन्टरटेंमेंट ने । यहाँ आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में मैने भाग लिया । मेरा फोकस मेरे टारगेट पर था । शायद इसी का नतीजा था कि इस प्रतियोगिता में मुझे चैम्पियन घोषित किया गया। इसी वर्ष यानी 2023 में ही पहली बार मिस झारखंड बनी। इस माह में गुजरात प्रतियोगिता ने मुके हौसला दिया । और इसी वर्ष 2023 में गुजरात में नेशनल लेवल की प्रतियोगिता आयोजित हुई । इस प्रतियोगिता का नाम CLM MR. Miss , Mrs & kids यूनीवर्स–2023 था। इस प्रतियोगिता मै मुझे first Runner – up का अवार्ड दिया गया । इसी गुजरात के अहमदाबाद में 3 दिसम्बर 2013 को एक और नेशनल प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसका नाम Miss title of Gujarat– 23 था। अहमदाबाद जैसे महानगर में इस झारखण्ड की बेटी ने इस प्रतियोगिता में बाज़ी मारी और मुझे नैशनल चैम्पियन घोषित किया गया ।

*आठवीं कक्षा की छात्रा प्रज्ञा राज का लक्ष्य है कि मैं नेशनल – इन्टरनेशनल फैशन प्रतियोगिताओं में झारखंड व भारत का प्रतिनिधित्व करूं और एक दिन मेरे भी सर पर यहां के बड़ों- बुजुर्गों के आशिर्वाद के रूप में बड़े से बड़ा काऊन सजाया जाय। और आपके शहर की बेटी की पहचान पूरे विश्व में हो सके। इसके लिए मेरी मेहनत के साथ साथ आपलोगों के स्नेह, प्यार और आशीर्वाद की ज़रूरत है।
इस मौके पर नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी सहित प्रज्ञा राज के पिता मिथिलेश कुमार राय एवं माता सीमा रानी राय एवं अन्य लोगों की उपस्थिति थी। मौके पर माता-पिता ने कहा कि हम ठेले पर मनिहारी दूकान चलाते हैं और अपनी पुत्री का उत्साह देख कर उसे उसके मुकाम तक पहुंचाने में उसका उत्साह कभी भी कम नहीं होने