धार्मिक न्यायस बोर्ड द्वारा गठित माता भद्रकाली मंदिर कमेटी का किया गया विरोध
इटखोरी(चतरा)। झारखंड धार्मिक न्यास बोर्ड द्वारा गठित कमेटी द्वारा जिले के इटखोरी स्थित प्रसिद्ध व ऐतेहासिक भद्रकाली मंदिर के संचालन हेतु गठित समिति का निवर्तमान प्रबंध समिति के लोगों ने सख्त विरोध किया है। इस बाबत निवर्तमान समिति के सदस्यों, पुजारियों, ग्रामीणों द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि ऐतिहासिक तीन धर्म के संगम स्थल मां भद्रकाली मंदिर हम सभी के आस्था से जुड़ा हुआ है। यहां के बुद्धिजीवी, समाजसेवी, रैयत व दुकानदार संघ मंदिर के पुजारीगण एवं प्रबंधन समिति अपने आर्थिक एवं शारीरिक सहयोग से मंदिर कार्य का निर्वहन करते आ रहे हैं एवं प्रशासनिक व्यवस्था के द्वारा मंदिर की पूरी विधि व्यवस्था एवं सुरक्षा की जाती है। यहां जो भी मूर्तियां बैसकिमति एवं बहुमूल्य स्थापित हैं एवं मंदिर की खुदाई से प्राप्त बहुमूल्य प्रतिमाएं मिली हैं, जिसे सहेज कर सुरक्षित संग्रहालय में रखा गया है। ऐसे में प्रशासनिक व्यवस्था के बिना ऐतिहासिक धरोहर की सुरक्षा की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। मंदिर प्रबंधन समिति का निर्माण एक राशि देकर पूरे कमेटी का गठन किया गया है, जिसमें प्रशासन से पदेन अनुमंडल पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, थाना प्रभारी सदस्य को हटाया गया है। आज तक धार्मिक न्यास बोर्ड के द्वारा किसी तरह का सहयोग एवं रुचि नहीं रहा है ना ही मंदिर प्रबंधन समिति से कोई विचार विमर्श किया गया। जो समझ से परे है एवं नियम के विरुद्ध है, हम सभी आम आवाम बुद्धिजीवी कड़े शब्दों में वर्तमान में धार्मिक न्यास बोर्ड द्वारा गठित कमेटी का सख्त विरोध करते हैं।