झारखण्ड/गुमला: बुधवार की देर रात करीब नौ बजे जब लोगों को मालूम पड़ा की दिलीप सिंह उम्र करीब 60 वर्ष का शव बंद घर में ही पड़ा है और उससे दुर्गंध आ रही है यह खबर ने लोगों में एक सनसनी फैला दी इसकी सूचना मिलते ही बस स्टैंड रोड़ स्थित आवास जिसमें दिलीप सिंह का निजी आवास है पुलिस टीम पहुंची और परिजनों से बातचीत करने पर मालूम पड़ा कि दिलीप सिंह घर में अकेले ही रहते थे और बाइक मेकेनिक थे जो उनके मकान में ही दूकान थी। बताया जाता है कि कुछ दिनों से दिलीप सिंह अपनी दूकान भी नहीं खोल रहे थे और लोगों को यह लग रहा था कि वे कही गए हुए होंगे। यहां बताते चलें कि दिलीप सिंह की मृत्यु कब और कैसे हुई है यह अभी लोगों के सामने पहेली बनी हुई है। वहीं कुछ बच्चे जब पतंग को लेकर घर में अंदर आए थे तो एक शव को देख कर यह मामला सामने आया है। फिलहाल गुमला एसपी शंभू कुमार सिंह एवं एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव के दिशानिर्देश पर गुमला थाना पुलिस इस अनसुलझी गुत्थी को सुलझाने को लेकर शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले का खुलासा कर सकती है। शव काफी देर तक बंद घर में रहने से उसकी हालत खराब हो गई थी इसलिए शव को पोस्टमार्टम के लिए रांची रिम्स रेफर किया गया है। यहां बताते चलें कि मृतक दिलीप सिंह का पारिवारिक जीवन अकेले बीतने से भी उनकी मौत की खबर लोगों को नहीं मालूम नहीं हुई थी।