
न्यूज स्केल संवाददाता
कुंदा(चतरा)। जिला कल्याण विभाग के कार्यालय में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के लाभुकों की फाइलें धुल फांक रही हैं। वहीं एक ओर सरकार दावा कर रही है की झारखण्ड प्रदेश के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के युवाओं को स्वरोजगार को प्रेरित करने के लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना चलाई जा रही है। जिसमें कल्याण विभाग से 50 हजार से 25 लाख तक के ऋण देने की योजना है। लेकिन इसका क्रियान्वयन ससमय नहीं होने के कारण योजना का लाभ बेरोजगार युवाओं को नहीं मिल पा रहा है। ऋण के लिए आए दिन कई युवा जिला कल्याण विभाग के कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन फाइलें दौड़ नहीं रही है। ज्ञात हो की अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक व पिछड़ा वर्ग को कल्याण विभाग झारखंड सरकार द्वारा संचालित योजना जिसका मुख्य उद्देश्य झारखंड के नागरिकों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना है। इसके माध्यम से लाभार्थियों को ऋण प्रदान किए जाने का प्रवधान है ताकी झारखंड में बेरोजगारी दर में गिरावट के साथ बेरोजगार युवा आत्मनिर्भर बन सके। इस योजना के अंतर्गत दिए गए ऋण राशि का 40 प्रतिशत अनुदान देने का प्रवधान है, जिससे लाभार्थियों को आर्थिक सहायता प्राप्त हो सके। लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण फाइलें जिला कल्याण विभाग कार्यालय में धुल फांक रही हैं। जिससे लाभुकों को योजना का लाभ ससमय नहीं मिल पा रहा है।