न्यूज स्केल डेस्क
रांची। शुक्रवार को भाजपा युवा मोर्चा द्वारा मोरहाबादी मैदान में विभिन्न मांगों को लेकर आयोजित आक्रोश रैली में पुलिस और भाजयुमो कार्यकर्ताओं के बीच भिडंत हो गई। रांची के एसएसपी चंदन सिन्हा ने कहा है कि युवा आक्रोश रैली के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने में जुटे पुलिसकर्मियों पर पत्थर चलाकर जानलेवा हमला करनेवाले भाजपा नेताओं पर एफआइआर दर्ज किया जायेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस ने आत्मरक्षा में आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। पुलिस ने पहले से रूट निर्धारित किया था। कहीं भी भाजपा कार्यकर्ताओं को रोका नहीं गया। सीसीटीवी फ़ुटेज और वीडियो फ़ुटेज के आधार पर पत्थर फेंकने वाले की पहचान होगी और उनके ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर कार्रवायी की जायेगी। पुलिस द्वारा लगायें गये बैरिकेडिंग को भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने तोड़कर मुख्यमंत्री आवास घेराव करने जाना चाहते थे। जिसे पुलिस ने रोकने की प्रयास किये, एसएसपी श्री सिन्हा खुद मोर्चा संभाले हुए थे। लेकिन प्रदर्शन करने वाले पुलिस की बातें नहीं माने। इसलिए पुलिस ने भीड़ को कंट्रोल करने के लिए अश्रु गैस छोड़े, डंडे चलाये, वाटर कैनन का प्रयोग किया। इस दौरान भाजयुमो के दर्जनों कार्यकर्ताओं को चोटें लगी। जिसे रिम्स में भर्ती कराया गया। वहीं लोअर बाजार थाना प्रभारी दयानंद कुमार के बांई आंख पर गहरी चोट लगी। इसके अलावा अन्य कई पुलिसकर्मियों को चोटें लगी। पुलिस द्वारा बार-बार आग्रह करने के बावजूद कार्यकर्ता मानने को तैयार नहीं थे। एसडीओ सदर उत्कर्ष कुमार ने एनाउंस करके समझा रहे थे, कि बैरिकेटिंग को तोड़ने को प्रयास नहीं करें, अन्यथा उनके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी। पुलिस प्रशासन के द्वारा बार-बार मना करने पर भी कार्यकर्ता अधिकारियों की एक न सुनी। एसएसपी श्री सिन्हा ने कहा कि भारत माता की जय बोलने वाले भारत माता के जवानों पर ही पत्थर बरसाये। सीसीटीवी फुटेज से चिन्हित कर एफ आई आर दर्ज किया जायेगा। धारा 144 लगाया गया था। इन लोगों ने रैली के लिए अनुमति नहीं ली थी। डीआईजी अनूप बिरथरे ने कहा कि पुलिस लाठीचार्ज नहीं हुई है। आंदोलनकारियों को रोकने के लिए पुलिस द्वारा बलपूर्वक कार्रवाई जरूर की गई है।