आग लगने से एनटीपीसी पावर प्लांट को करोड़ों का नुकसान, कंपनी ने अगलगी को लेकर किया गाइड लाइन जारी

0
318

न्यूज स्केल संवाददाता
चतरा/टंडवा। जिले के टंडवा प्रखंड मुख्यालय स्थित एनटीपीसी पावर प्लांट परिसर यार्ड नंबर सात के समीप बीते दोपहर अचानक आग लग गई थी। जिससे पांच किमी दुर तक धुएं के काले बादल फैल गए थे। हालांकी इस घटना में जानमाल की कोई क्षति तो नहीं हुई, पर कंपनी को करोड़ों का नुकसान हुआ है। शुक्रवार को दिन के करीब दो बजे प्लांट परिसर में अचानक आग की लपटें उठने से अफरा-तफरी मच गयी। आग पर काबू पाने के लिये आठ दमकल लगाये गये थे, पर तेज धुप में तेज हवा और परिसर में घास-फूस से दमकल टीम को काबू पाने में घंटों लग गये। आग के प्लांट के टर्बाइन के डिब्बे में बंद मोबिल, डीजल और तेल में लग जाने के कारण आसपास के क्षेत्र में गहरे काले रंगा का धुआं फैल गया। बताया जाता है कि धुआं यहां से पांच किमी दूर केरेडारी तक पहुंच चुका था। परियोजना अधिकारियों के अनुसार 95 फीसदी आग पर काबू पा लिया गया है। जल्द ही धुआं उठना बंद हो जाएगा। सूत्रों के अनुसार प्लांट बना रही भेल कंपनी के यार्ड में सबसे पहले आग की लप्टें देखी गई। वहीं कंपनी ने अगलगी को लेकर गाइडलाइन जारी कर दिया है। जारी गाइडलाइन के अनुसर अपार्टमेंट व बहुमंजिली इमारत के निर्माण में वैकल्पिक सीढ़ियों की व्यवस्था, आपातकालीन सूचना देने वाला यंत्र लगा होना चाहिए, अग्निशमन के लिए होजरी और हाइड्रेट अनिवार्य रूप से संचालित हो, अपार्टमेंट की लॉबी में फायर चेक डोर की व्यवस्था, सुरक्षित रिफ्यूज एरिया, अपार्टमेंट व बहुमंजिली इमारत तक अग्निशमन गाड़ियों के पहुंचने का रास्ता, अपार्टमेंट में पर्याप्त जल भंडारण और पंपिंग की व्यवस्था, आपातकाल स्थिति में वैकल्पिक पावर की व्यवस्था, फायर सर्विस इनलेट और स्वचालित स्प्रिंकलर सिस्टम जरूरी, भवन में तड़ित चालक भी अनिवार्य रूप से लगा होना चाहिए तथा अपार्टमेंट के सामने अग्निशमन व रेस्क्यू वाहन खड़े करने के लिए 12 मीटर चौड़ी व ठोस सड़क की व्यवस्था अवश्यक होगी।