चतरा/मयूरहंड/कुंदा/गिद्धौरः संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर कीे 132 वीं जयंती शुक्रवार को जिला मुख्यालय के अलावे कुंदा, गिद्धौर, पत्थलगडा, टंडवा, मयूरहंड, गिद्धौर सहित विभिन्न प्रखंडों में समारोह पूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर कुंदा प्रखंड मुख्यालय में स्थापित डॉ. भीमराव अंबेडकर के प्रतिमा पर मुखिया मनोज साहू, समाजसेवी अर्जुन पासवान आदि ने माल्यार्पण कर उनके आदर्शों पर चलने व उनके सपनों को साकार करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में युवा वर्ग के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया व गाजे बाजे के साथ रैली भी निकाली। ज्ञात हो की चतरा के लोकप्रिय नेता अशोक गहलोत के द्वारा सन 2014 में निजी खर्च से मूर्ति का अनावरण किया गया था। वहीं गिद्धौर प्रखंड के पिण्डारकोन में आयोजित जयंती कार्यक्रम में सिमरिया विधायक किशुन कुमार दास शामिल हुए। प्रखंड के द्वारी व पांडेमहुआ में भी बाबा साहेब की जयंती धूम धाम से मनाई गई। वक्ताओं ने बाबा साहेब के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा की उनका जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश स्थित महूनगर सैन्य छावनी में हुआ था। वे अर्थशास्त्र, राजनीतिक और समाज सुधारक थे, उन्होंने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया और सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया था। बाबा साहेब की जयंती भारत के निर्माण में अतुलनीय योगदान के लिए मनाई जाती है। वहीं इटखोरी प्रखंड अंतर्गत गिरवरधारी लाल उच्च विद्यालय में बाबा साहेब डॉ. भीम राव अम्बेडकर कि जयंती मनायी गयी। कार्यक्रम का शुभारंभ वर्ग प्रथम कि सोनाली कुमारी व निकुंज कुमार द्वारा द्वीप प्रज्ज्वलन के उपरांत जस्सी कुमारी, सोनाली कुमारी व पुरुषोत्तम कुमार दास आदि के द्वारा माल्यार्पण से हुआ। इस अवसर पर प्रबंधक मनीष कुमार सिन्हा द्वारा बाबा साहेब जीवनी पर विस्तृत प्रकाश डाल गया। बच्चों द्वारा भाषण तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य अमित कुमार सिन्हा, सतीश कुमार सिन्हा, शिक्षक ईश्वर साव, यशवंत कुमार, शिक्षिका मधु कुमारी आदि उपस्थित थे। दुसरी ओर मयूरहंड प्रखंड अंतर्गत बेलखोरी पंचायत के कनोदवा गांव में डॉ. भीम राव अंबेडकर की 132 वीं जयंती पर उनके आदम कद प्रतिमा पर डीएसपी केदार राम, बीडीओ साकेत कुमार सिन्हा, थाना प्रभारी रामबृक्ष राम, मुखिया अशोक भुइयां, पूर्व मुखिया ईश्वर पासवान, रामटहल गुप्ता, गुड्डू रजक, अमित कुमार, अनिल कुमार भारती, अशोक रजक, गणेश रजक, राजकुमार रजक आदि ने मलायार्पण किया। वक्ताओं ने बाबा साहब के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनके बताए मार्गों पर चलने की बात कही।