
झारखण्ड/गुमला: पार्टी के निर्णयों के खिलाफ एवं पार्टी के संविधान की धारा 25(9) की अवहेलना के कारण भारतीय जनता पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्षों के लिए पूर्व जिला महामंत्री मिसिर कुजूर को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के निर्देशानुसार 6 वर्षों के लिय निष्कासित किया जाता है।गुमला जिला अध्यक्ष के अनुशंसा के आलोक में प्रदेश महामंत्री सह मुख्यालय प्रभारी प्रदीप वर्मा द्वारा सभी प्रभारीयों को पत्र प्रेषित कर निलंबन की सूचना प्रेषित कर दी गई है।गुमला जिला अध्यक्ष विनय लाल ने कहा है भाजपा अनुशासित पार्टी है,कार्यकर्ता आधारित पार्टी है, पार्टी का फैसला सर्वमान्य होता है जहां सबको मौका दिया जाता है पार्टी ने मिशीर कुजुर को हमेशा सम्मान दिया,अति महत्वाकांक्षा व्यक्तिगत रूप से जिसकी गरिमा उन्होंने नहीं रखी।जिला अध्यक्ष से कहा किसी के जाने से पार्टी का कोई नुकसान होने वाला नहीं है भाजपा की विचारधारा देश की मूल-अस्मिता संस्कृति में समाहित है जिसका समर्थन राष्ट्रवादी विचारधारा के लोग पार्टी को करते हैं, ना कि किसी व्यक्ति विशेष को।
जनता ऐसे नेताओं को जरूर सबक सिखाएगी।
वही जिला अध्यक्ष ने कहा पार्टी आलाकमान का फैसला भाजपा गुमला जिला को सहर्ष स्वीकार है,सुदर्शन भगत जी जैसे नेता बिरले ही मिलते हैं जिन्होंने अपने आजीवन काल में भारत माता की सेवा की है,केंद्र में सरना धर्म के अगुआ रहे हैं,मृदुभाषी सरल-ईमानदार छवि के नेता का विश्वास गुमला की जनता को है।जिला अध्यक्ष ने कहा गुमला जिला के तीनों विधानसभा में कमल फूल खिलेगा अयोग्य मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सत्ता की कुर्सी छोड़नी होगी।