जयप्रकाश को भाजपा से हुआ मोह भंग, निर्दलीय लड़ सकते हैं चुनाव, राजद व कांग्रेस में भी बगावत के सुर, गिरिनाथ सिंह, अरुण सिंह, नागमणि सहित अन्य भी बगावत के मूड में

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न्यूज स्केल विशेष संवाददाता
चतरा। भाजपा अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह उड़ीसा प्रभारी जयप्रकाश सिंह भोक्ता का भाजपा से मोह भंग हो गया है। इसका अंदाजा पार्टी प्रतयाशी कालीचरण सिंह के नामांकन में शामिल नही होने से भी लगाया जा रहा है। सूत्रों की माने तो लोकसभा में पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर वे बगावत पर उतारू हो गए हैं। उन्होंने चतरा लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतारने का ऐलान कर दिया है। बताया जाता है कि शुभ मुहूर्त को देखकर एक मई के बाद कभी भी नामांकन दाखिल कर सकते हैं। बताते चलें की 2009-2014 में सिमरिया विधानसभा के विधायक रहे। जबकि 2014-2019 में चतरा से भाजपा के विधायक रह चुके हैं। यहां तक की जयप्रकाश सिंह भोक्ता को लोकसभा चुनाव के लिए सिमरिया विधानसभा का प्रभारी भी बनाया गया है। परंतु श्री भोक्ता को लोकसभा टिकट नहीं मिलने पर पार्टी से नाराज हैं। निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा पर भाजपा सहित महागठबंधन प्रत्याशियों के लिए एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। वह दूसरी ओर राजद व कांग्रेस की रार भी जमीन पर आ चुकी है। जिससे महागठबंधन प्रत्याशी को भीतर घात का सामना करना पड़ सकता है। वहीं दूसरी और राजपूत समाज से किसी भी पार्टी के द्वारा प्रत्याशी नहीं बनाए जाने पर समाज के लोग खासे नाराज चल रहे हैं। पूर्व सांसद नागमणि, गिरी नाथ सिंह, अरुण सिंह सहित अन्य कई नेता भी बगावत पर उतारू हो चुके हैं। सभी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में आने की घोषणा कर चुके हैं। जिससे चतरा लोकसभा चुनाव का रोचक होने के आसार हैं। अब देखना है कुशवाहा कोयरी, यादव, राजपूत व अल्पसंख्यक मतदाता किधर का रुख करते हैं।