प्रतापपुर (चतरा)। भीषण गर्मी के इस मौसम में प्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एक गंभीर संकट का सामना कर रहा है। क्षेत्र में लगातार बिजली की लो वोल्टेज समस्या के चलते न केवल स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं, बल्कि अस्पताल में संग्रहीत लाखों रुपए की जीवन रक्षक दवाएं और टीके भी खराब होने के कगार पर पहुंच गए हैं। स्वास्थ्य केंद्र में स्थापित कोल्ड स्टोरेज और रेफ्रिजरेटर पर्याप्त वोल्टेज न मिलने के कारण सही तापमान बनाए रखने में असमर्थ हो गए हैं। इससे वैक्सीनेशन, एंटीबायोटिक्स, इंसुलिन और अन्य संवेदनशील दवाओं के गुणवत्ता पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। अनुमान है कि यदि स्थिति जल्द नहीं सुधरी, तो लाखों रुपये की दवाएं बर्बाद हो सकती हैं। उपरोक्त जानकारी देते हुए स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. संजीव कुमार ने बताया, की बीते कई दिनों से बिजली की आपूर्ति अनियमित रूप से और लो वोल्टेज के साथ हो रही है। हमारे पास सीमित समय तक चलने वाला जनरेटर तो है, परंतु वह सभी यूनिट्स को कवर करने में असमर्थ है। दवाओं का भंडारण सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। हालत तो ऐसे हैं कि प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं, आपातकालीन सेवा के मरीजों और रात्रिकालीन इलाज हेतु आने वाले लोगों को भी अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। डिलीवरी वार्ड और इमरजेंसी यूनिट्स में पंखे और लाइट्स की कमी के चलते मरीजों और स्टाफ दोनों की कार्यक्षमता प्रभावित हो रही है। स्वास्थ्य परिसर में अस्पताल का एक अलग से ट्रांसफार्मर लगाया गया है। जिसे चालू नहीं किया जा सका है इस ट्रांसफार्मर को चालू कर दिया जाए तो लो वोल्टेज की समस्या का निदान हो सकेगा। इस संदर्भ में पूछे जाने पर जिले के कार्यपालिका विद्युत अभियंता ने बताया कि अस्पताल परिसर में लगा हुआ ट्रांसफार्मर एक-दो दिन में चालू कर दिया जाएगा।