झारखण्ड/गुमला: गुमला में परंपरागत तरीके से साज-सज्जा एवं पारंपरिक वेशभूषा के साथ सरहुल का भव्य जुलूस निकाला गया दोपहर बाद हजारों की संख्या में आदिवासी समुदाय द्वारा सरहुल जुलूस निकाला गया इसके पूर्व विभिन्न सरना पूजा अखाड़ा में पूरे विधि-विधान एवं रिति-रिवाज से बैगा पहानों की अगुवाई में सरना धर्मालंबियों द्वारा इस मौके पर सरना पूजा स्थल में पूजा अर्चना की गई। यहां बताते चलें कि गुमला में परंपरागत तरीके से सरहुल पूजा संचालन समिति के नेतृत्व में गांव-गांव से सरहुल जुलूस में शामिल होने के लिए अपनी पहचान एवं सभ्यता संस्कृति का प्रदर्शन करते हुए आदिवासी समुदाय के युवा युवतियों सहित माता बहने आदिवासी वेशभूषा के साथ गाजे-बाजे ढोल नगाड़े के साथ सरना धर्म स्थलों से धार्मिक झंडा के साथ नगर के विभिन्न मार्गों पर सरहुल जुलूस निकाल कर अपनी पहचान एकता एवं रीति-रिवाजों की झलकियां प्रस्तुत किया जाता है।
उनके भव्य जुलूस को देखते हुए लोग काफी उत्साहित हैं और उनकी प्रकृति का पर्व सरहुल जुलूस में शामिल केंद्रीय सरहुल पूजा समिति के पदाधिकारियों एवं जुलूस में शामिल आदिवासी समुदाय के लोगों का स्वागत के लिए चेंबर ऑफ कॉमर्स, केंद्रीय महावीर मंडल रामनवमी पूजा समिति, इस्लामिया अंजुमन, सर्वधर्म सद्भावना मंच सहित मारवाड़ी युवा मंच, एवं अन्य सामाजिक एवं राजनीतिक दलो के बैनर तले स्टॉल लगाए गए जिसमें चना गुड़ शर्बत से लेकर फूलों के मालाओं से सरहुल जुलूस का संगठनों द्वारा स्वागत किया गया। वहीं सरहुल पूजा को लेकर झारखंड सरकार के मंत्री सह बिशुनपुर विधायक चमरा लिंडा एवं लोहरदगा सांसद सुखदेव भगत, भाजपा के पूर्व विधायक कमलेश उरांव वरिष्ठ भाजपा नेता सागर उरांव, पडहा समाज के खुदी भगत दुखी, राजवेल उरांव, निवर्तमान नगर परिषद अध्यक्ष दिप नारायण उरांव सहित सरहुल जुलूस में शामिल होने के लिए भाजपा नेता विनय लाल, रविंद्र सिंह, मोहम्मद खालिद शाह, अजय गुप्ता एल आईसीसी, शकुंतला उरांव दामोदर कसेरा, चेंबर अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।