न्यूज स्केल संवाददाता
मसलिया (दुमका)। दुमका जिले के मसलिया थाना क्षेत्र अंतर्गत गुमरो पहाड़ में रविवार को असामाजिक तत्वों ने आग लगा लगा दी। जिससे देखते ही देखते आग पहाड़ की चोटी की ओर फैलने लगी। आग की लपटें, जलती लकड़ियों व उठते धुंएं को देखकर ग्रामीणों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी। इसके बाद अग्निशमक वाहन मौके पर पहुंचा और आग को बुझाने का प्रयास शुरू किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि असामाजिक तत्व हर दिन शाम होते ही गुमरो पहाड़ के किनारे पहाड़पुर गांव की ओर जमावड़ा लगा रहे हैं। जहां मदिरा सेवन कर जलती सिगरेट छोड़ कर चले जा रहे हैं। यह आग लगने का कारण भी यही हो सकता है। अब तक ऐसे असामाजिक तत्वों पर किसी भी प्रकार की ठोस कार्रवाई न होने के कारण हर साल गुमरो समेत मसलिया प्रखण्ड क्षेत्र की अन्य पहाड़ियां जलती रहती है। कई तो महुआ चुनने के लिए साफ सफाई के नाम पर भी आग लगाते हैं। जो धीरे-धीरे फैल कर पहाड़ियों तक पहुंच जाती है। इस संबंध में वन रक्षी दुलाल टुडू से बात करने पर बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है। असामाजिक तत्वों को चिह्नित करने का निर्देश दिया गया है ताकि आगे ऐसी कोई घटना न घटे। गुमरो पहाड़ में आग लगने की घटना पहली बार नही हुई है। प्रत्येक साल गरमी के दिनों में आग लगाई जाती है और प्रत्येक साल असंख्यक वन्य प्राणी व वन्य संपदा जलकर नष्ट हो जाती है। लेकिन इन असामाजिक तत्वों पर आज तक कोई कानूनी कार्यवाही नही हुई है। 490 फीट ऊंचा व लगभग 400 बीघा के विशाल भू-भाग में फैला प्रसिद्ध गुमरो पहाड़ में बंदर, नील गाय, वन सुअर, मोर, बंदर, लोमड़ी, लकड़बग्घा सहित विभिन्न प्रजाति के वन्य प्राणियों का बसेरा है। साथ ही असख्य मात्रा ने जड़ी बूटियों से सुसज्जित है। बेसकीमती सखुआ, लीपटीश, केन, बास आदि पेड़ पौधा है।
आग से नष्ट हो रहे पहाड़ व झाड़-जंगल, असामाजिक तत्वों ने गुमरो पहाड़ में लगाई, वन विभाग ने दमकल की मदद से आग पर पाया काबु
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