भाजपा के गढ़ में महागठबंधन की पुख्यत रणनीति, जेएमएम कार्यकर्ता घर-घर लोगों से मिलकर मांग रहे समर्थन

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इटखोरी(चतरा)। सिमरिया विधानसभा सीट भाजपा का गढ़ माना जाता है। लेकिन यहां इस बार महागठबंधन के जेएमएम प्रत्याशी मनोज कुमार चंद्रा के कार्यकर्ता घेरने की पुख्ता रणनीति तैयार की है। साल 2019 में झारखंड विधानसभा चुनाव में सिमरिया से भाजपा उम्मीदवार किशुन कुमार दास को उस समय आजसू पार्टी के उम्मीदवार के रुप में मनोज कुमार चंद्रा ने कड़ी टक्कर दी थी, लेकिन इस वर्ष 2024 झारखंड विधानसभा चुनाव में झामुमो और महागठबंधन ने भाजपा के अभेद किले को ध्वस्त करने की सारी रणनीति बनाई है, भारत निर्वाचन आयोग की ओर से सिमरिया सीट के लिए पहले चरण में 13 नवंबर को मतदान की तिथि को तय कि गई है और चुनाव प्रचार जोरों पर हैं। ज्ञात हो कि सिमरिया विधानसभा 1977 में अस्तित्व में आया था। उसे समय से चार बार सिमरिया से भाजपा के वर्तमान प्रत्याशी उज्जवल दास के पिता उपेंद्र दास सिमरिया से विधायक रह चुके हैं और विधायक रहने के दौरान 2007 में उनका निधन हुआ था। उपेंद्र दास पहली बार जनता पार्टी के टिकट से जीत हासिल की थी और तीन बार बीजेपी के टिकट पर। लेकिन इस बार जेएमएम नेता सुधीर साव ने कहा कि भाजपा के गढ़ सिमरिया विधानसभा को हम सभी कार्यकर्ता अपनी रणनीति और मेहनत से ध्वस्त करने का हर संभव प्रयास करेंगे। वहीं इटखोरी प्रखंड में जनसंपर्क अभियान के दौरान झामुमो प्रत्याशी मनोज चंद्रा ने कहा कि सिमरिया विधानसभा क्षेत्र के लोगों को हर एक योजना से जोड़ने का काम करूंगा। बस जनता से यही आशीर्वाद चाहता हूं कि वे अपना अपार समर्थन हमें दें, आगे उन्होंने कहा इस क्षेत्र में लोगों का पलायन सबसे बड़ी समस्या है, इसका मुख्य कारण है रोजगार का अभाव। लेकिन इस समस्या को आज तक किसी सांसद व विधायक ने दूर करने का प्रयास नहीं किया। महागठबंधन प्रत्याशी के रुप में हम वादाा करते हैं कि आापने मौका दिया तो, अपनी मेहनत और लगन से उपरोक्त समस्याओं को हर संभव दूर करने का प्रयास करूंगा और लोगों को शिक्षा रोजगार और  सरकार की मूल सुविधाओं से जोड़ने का प्रयास करूंगा।