एनडीए में सीटों का हो गया बंटवारा, चतरा से लोजपा की इंट्री, तो जदयू को मिले 2 सीट, आजसू को 10, भाजपा के खाते में 68, किसने क्या कहा…

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न्यूजस्केल डेस्क।
रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में इंडिया गठबंधन को मात देने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन(आजसू), जनता दल यूनाइटेड और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के साथ गठबंधन किया है। यही नहीं एनडीए गठबंधन में सीटों का बंटवारा भी हो गया है। गठबंधन के तहत में भाजपा-68, आजसू 10, जदयू 2 और लोजपा 1 सीट पर लड़ेगी चुनाव।

आजसू के हिस्से 10 सीटें, लोजपा को भी मिला जगह

झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने रांची के भाजपा कार्यालय में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी देते हुए एनडीए गठबंधन ने तय किया है कि आजसू 10 सीट पर चुनाव लड़ेगी। नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) 2 सीट पर और चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) एक सीट पर चुनाव लड़ेगी। बाकी 68 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे।

भाजपा-आजसू को साथ देखना चाहती है झारखंड की जनता

शुक्रवार को रांची के भाजपा कार्यालय में एनडीए के संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में आजसू सुप्रीमो ने सुदेश महतो ने कहा कि हम दोनों पार्टियों का बहुत पुराना संबंध है। झारखंड की जनता हमलोगों को साथ देखना चाहती है। राज्य के विकास के लिए और जनता के हित में हमने गठबंधन करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि जब दोनों दल साथ में होते हैं, तो जनता के अनुकूल, उनकी भावनाओं के अनुरूप काम होता है। साथ ही श्री महतो ने कहा कि वर्तमान सरकार के कुशासन से झारखंड का हर वर्ग प्रभावित है। इस सरकार से निजात चाहता है। हम यहां दलीय आधार पर बैठे हैं। दूसरी ओर गांव-देहात में जनता का समीकरण भी तैयार हो रहा है, धरातल पर। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के मुखिया ने जो कारनामे किए हैं, उसकी चर्चा देश-दुनिया में हो रही है।

बाबूलाल ने कहा कि मां-बहनों को सुरक्षा और सशक्तिकरण की गारंटी देंगे

प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हमें मां-बहनों को सुरक्षा की गारंटी देनी है, उनको सशक्त करने की गारंटी देनी है। उन्होंने कहा कि झारखंड की वर्तमान सरकार ने अपने वादे नहीं निभाए। नौजवानों से वादा किया था कि सरकारी नौकरी देंगे। नहीं दे पाए, तो बेरोजगारी भत्ता देंगे। नवविवाहिताओं को सोने का सिक्का देने का वादा किया था। इन्होंने कोई वादा पूरा नहीं किया. कहा कि झारखंड की डेमोग्राफी बदल गई, इन्होंने कुछ नहीं किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि आदिवासियों के नाम पर राजनीति करने वालों के शासन में आदिवासियों की क्या हालत हो गई है, सब देख रहे हैं. उनकी जमीनें लूटी जा रहीं हैं। जमीन दलालों का बोलबाला हो गया है। आदिवासियों की सुनने वाला कोई नहीं है. जमीन के कागजात में जालसाजी करके ये लोग सेना की जमीन भी बेच दे रहे हैं। श्री मरांडी ने कहा कि आदिवासी आज चिंतित हैं। 1951 में 36 फीसदी आदिवासी आबादी थी। अगर बात संताल परगना की करें, तो 1951 में 44 फीसदी आदिवासियों की आबादी थी। आज मात्र 28 फीसदी रह गई है। राज्य सरकार को बताने के बावजूद उन्हें इसकी कोई चिंता नहीं है। इसलिए भाजपा ने माटी, रोटी और बेटी को बचाने का संकल्प लिया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में झारखंड भाजपा के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान, सह प्रभारी हिमंता बिस्व सरमा भी मौजूद थे। सह प्रभारी हिमंता बिस्व सरमा ने मीडिया को सीट बटवारे की क्रमवार जानकारी दी।