
सिमरिया (चतरा)। सिमरिया प्रखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्र में बसे कोरी बिरहोर टोला में पिछले 8 वर्षों से बंद हो चुके विद्यालय को पुनः प्रारंभ किया गया। ताकि वहां के बच्चे शिक्षा से वंचित न हो सके। इस निमित्त उपायुक्त के निर्देशानुसार खंडहर में तब्दील विद्यालय भवन की मरमती कर विद्यालय चलने योग्य बनाया गया। शिक्षक की नियुक्ति की गई और शनिवार को समारोह आयोजित कर इसका विधिवत्त उद्घाटन जिला शिक्षा पदाधिकारी दिनेश मिश्र, जिला शिक्षा अधीक्षक रामजी कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी चंद्रदेव प्रसाद, क्षेत्र शिक्षा प्रसार पदाधिकारी अंबुजा राजलक्ष्मी, पूर्व प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी संतोष सिंह, जिप सदस्य देवनंदन साहु, प्रमुख रोहन साह व मुखिया विना देवी ने संयुक्त रूप से फीता काटकर व नारियल फोड़ा कर किया। मौके पर जेएसएलपीएस की महिलाओं ने अतिथियों को पारंपरिक पगड़ी पहनाकर व तिलक कर स्वागत किया। समारोह में विद्यालय प्रबंधन समिति एवं माता समिति का गठन किया गया। वहीं नव नामांकित बच्चों को चॉकलेट देकर स्वागत किया गया। इसके उपरांत सभी छात्रों के बीच पोशाक, पठन सामग्री व बैग वितरित किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीडीओ ने कहा कि आदिम जनजाति परिवार एवं उनके बच्चों को शिक्षित कर मुख्य धारा में लाना सरकार की पहली प्राथमिकता है। इसी उद्देश्य से विद्यालय को पुनः प्रारंभ किया जा रहा है। यहां के बच्चे विद्यालय दूर होने के कारण शिक्षा से वंचित हो रहे थे। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि इस विद्यालय को एक मॉडर्न विद्यालय के रूप में विकसित करना शिक्षा विभाग का उद्देश्य है। आने वाले समय में यह विद्यालय पूरे जिले में अपना स्थान बना सके इसके लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा। कार्यक्रम को अन्य ने भी संबोधित किया। बीपीओ कुंजल यादव ने बताया कि उद्घाटन के दिन तक कुल 88 बच्चों का नामांकन हो चुका है, आगे नामांकन जारी है। मौके पर विद्यालय में नामांकित सभी बच्चों के अभिभावकों के लिए सामूहिक भोज का आयोजन किया गया एवं बच्चों को नियमित विद्यालय भेजने का आग्रह किया गया। कार्यक्रम में सीआरपी वशिष्ठ नारायण सिंह, विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष अशोक बिरहोर, शिक्षक अरुण कुमार, संदीप कुमार गुप्ता, प्रदीप यादव, सुरेश कुमार सहित प्रखंड एवं शिक्षा विभाग के कर्मचारी व ग्रामीण मौजूद थे।