आजादी के वर्षों बाद भी लोहडी गांव विकास से कोसो दूर, ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों के साथ विधायक व सांसद के प्रति जताई नाराजगी

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न्यूज स्केल संवाददता
गिद्धौर(चतरा)। गिद्धौर प्रखंड अतर्गत बारियातु पंचायत का लोहडी गांव आजादी के वर्षों बाद भी विकास से कोसों दूर है। ग्रामीणों का अरोप है कि कोई भी प्रतिनिधि सिर्फ चुनाव के समय प्रचार के लिए आते हैं और जितने के बाद लोहडी के तरफ मुड़ कर देखना भी मुनासिब नहीं समझते। मुखिया प्रत्याशी रहे मुकेश कुमार यादव ने कहा की लोहडी गांव के महावीर यादव के घर के समीप मिट्टी मोरम पथ वर्षा में गया है। लेकिन उसे देखने वाला कोई नही है। इस पथ को लेकर गांव के रविन्द्र यादव समेत अन्य ने पथ की मरम्ती को लेकर प्रतिनिधियों को बोल चुके हैं। लेकिन आश्वाशन के सिवाय कुछ भी नही मिला है। सरफा नाला बनाने की जिप सदस्य की घोषणा आज भी अधूरी है। लोहडी गांव में सरफा नाला बड़ी व पुरानी समस्या है। जिसपर कई बार जन प्रतिनिधि घोषणा तो करते हैं। लेकिन पुरा कोई नही कर पा रहा है। गिद्धौर प्रखंड के जितने भी जिप सदस्य बने हैं, सभी ने सरफा नाला बनाने की घोषणा कर चुके हैं। लेकिन किसी ने नही बनाया है। दो बार धोखा खाने के बाद ग्रामीणों ने तीसरी बार सरफा नाला के पास जाकर जिप सदस्य से ग्रामीणों ने मांग रखा था। जिस पर भरोसा दिलाया गया की चुनाव जितने के छह माह के अंदर नाला पर पुल बनाया जायेगा। आगे कहा था कि यदि किसी कारण बस फंड नही आया, तो अपने पैसा से होम पाइप डलवा देंगे। लेकिन उनका यह वादा भी खोखला साबित हुआ है। सिमरिया विधायक किशुन कुमार दास भी नाले पर पुल बनाने का वादा कर चुका हैं। लेकिन अब उनका कार्यकाल समाप्त होने वाला है और पुल का निर्माण नहीं हो पाया। अब ग्रामीण एक बार फिर आगामी विधानसभा चुनाव में विधयाक प्रत्याशी मनोज चंद्रा से उम्मीद लगाये बैठे हैं। देखना यह होगा क्या उनकी समस्या सुनने एवं देखने वाले कोई होंगे या फिर कागज में ही सिमट कर उनकी समस्या रह जाएगी। ग्रामीणों ने प्रतिनिधियों के विरोध में नाराज होकर मुर्दा बाद के नारे भी लगाते हुए पुलि बनवाले की मांग की।