झारखण्ड/ गुमला– गुमला में आज रविवार को अष्टमी को लेकर विशेष पूजा अर्चना करने के लिए श्री बड़ा दुर्गा मंदिर सहित बंगाली कल्ब, एवं पूजा पंडालों में हजारों श्रद्धालुओं ने माता रानी को भोग लगाएं एवं चुंदड़ी चढ़ाते हुए अपनी मनोकामनाएं पूर्ण हो मां जगदम्बा अम्बे गौरी मैया से मन्नतें की वहीं इस मौके पर सभी पूजा पंडालों एवं मंदिरों में आने वाले श्रद्धालुओं को कतारबद्ध होकर पूजा अर्चना करने के लिए पूजा समिति के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया वहीं पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सक्रिय होकर पुलिस टीम द्वारा ट्राफिक व्यवस्था एवं पूजा पंडालों में आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को सुविधाएं उपलब्ध कराने में लगे हुए थे। यहां बताते चलें कि आज रविवार को अष्टमी तिथि को विशेष पूजा अर्चना करने के लिए महिलाएं काफी उत्साह और श्रद्धा से मां दुर्गा देवी की अराधना में समर्पित होकर पूजा अर्चना करते हैं वहीं अनेकों श्रद्धालुओं द्वारा अष्टमी को ही अपने पारंपरिक और रीति रिवाज से मां दुर्गा देवी की अराधना और पूजा अर्चना करते हुए पूजा पंडालों में भोग लगाकर नौ कन्याओं को प्रसाद ग्रहण करने के बाद अपनी मनोकामनाएं पूर्ण हो उनसे आशीर्वाद लेते हुए उन नौ कन्याओं को श्रृंगार एवं फल वितरित किया करते हैं और आज ही अष्टमी को संध्या बेला मुहूर्त के साथ पूजा पंडालों एवं मंदिरों में बलिदान दिया जाता है इस मौके पर भी पूजा पंडालों में काफी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति मौजूद रहती है वहीं नवमी को लेकर भी नवरात्र में लीन भक्तों एवं पूजा पंडालों में नौ कन्याओं को प्रसाद ग्रहण करने के साथ
ही नवमी की पूजा अर्चना पूरी करने की पारंपारिक विधी है यहां बताते चलें कि रविवार को अष्टमी का बलिदान और पूजा अर्चना के साथ ही नवमी तिथि प्रवेश करती है और मां दुर्गा देवी पूजा पंडालों में रात्रि समय में काफी संख्या में कतारबद्ध होकर श्रद्धालुओं द्वारा पूजा पंडालों में माता रानी का दरबार में मत्था टेकने पहुंचे हुए होते हैं और दुर्गा पूजा महोत्सव यानी कि सपरिवार लोग एक-दूसरे से दुर्गा पूजा महोत्सव को लेकर साथ पर्व मनाने के लिए निकले हुए रहते हैं और फिर दशहरा पर्व को लेकर सक्रिय हो जाते हैं हिंदू धर्मावलंबी तरह-तरह के व्यंजन बनाते हैं और आपसी
भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए एक-दूसरे के यहां पहुंचते हैं वहीं इसी दिन विजयादशमी पर्व पर सभी पूजा पंडालों में स्थापित मां दुर्गा देवी की प्रतिमाओं का विसर्जन जुलूस निकाला जाएगा और घर-घर माता रानी की विदाई करने के लिए श्रद्धालु आरती करते हुए अगले वर्ष जल्दी आना माता से प्रार्थना करते हुए नम आंखों से माता रानी की प्रतिमा विसर्जन की जाती है।