झारखण्ड/गुमला- जिला विधिक सेवा प्राधिकार एवं प्रखंड प्रशासन चैनपुर के संयुक्त तत्वावधान में विधिक सेवा सशक्तिकरण शिविर का आयोजन कौशल विकास भवन चैनपुर में शनिवार को किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से चैनपुर जिला परिषद मेरी लकड़ा ने मौजूद लोगों से कहा की डायन बिसाही एक अंधविश्वास पर जोर देते हुए बताया कि गुमला जिला डायन बिसाही के इस अभिशाप की जकड़ में है। इस अभिशाप से बचने की जरूरत है। ज्यादातर केस जमीन से संबंधित होती है, लोग लांछन लगाकर डायन बिसाही का नाम दे देते हैं और षड्यंत्र में फंसा कर हत्या कर देते हैं। आज के परिवेश में इसे हम जमीन और डायन को एक दूसरे का पूरक भी कर सकते हैं। वहीं मौजूद कार्यपालक दंडाधिकारी सुशील खाखा ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस शिविर के माध्यम से बड़ी समस्याओं में से एक कानूनी लड़ाइयां व कानूनी पचड़ा को सरल बनाने का ही मुख्य उद्देश्य विधिक सेवा प्राधिकरण का शिविर लगाना है।इसके पूर्व अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ देकर किया गया और शिविर का उद्घाटन दीप प्रज्वल्लित कर किया गया। साथ ही मौके पर उपस्थित लोगों के बीच धोती साड़ी, के साथ कई तरह की संपत्ति का वितरण भी किया गया इस मौके पर मुख्य रूप से चैनपुर प्रमुख ओलिभा कांता कुजूर, चैनपुर अंचल अधिकारी गौतम कुमार , प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी कांति कुमारी सहित सभी पंचायतों के मुखिया, उप मुखिया, वार्ड सदस्य, प्रखंड कर्मी के अलावे कई लोग मौजूद थे।