झारखण्ड/गुमला -“भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण दोनों ने समाज में धर्म की स्थापना हेतु अवतार लिया. दोनों ने धर्म,संस्कृति एवं समाज को नयी दिशा दी. श्रीराम ने समाज को मर्यादा सिखायी वहीं श्रीकृष्ण के द्वारा कर्म का संदेश इस समाज को प्राप्त हुआ”- यह बातें कहीं डीएवी पब्लिक स्कूल गुमला के प्रधानाचार्य डॉ रमाकांत साहू ने. श्री कृष्ण का जीवन कहता है, आप कोई भी हों, संसार में आए हैं तो संघर्ष हमेशा रहेगा. मानव जीवन में आकर परमात्मा भी सांसारिक चुनौतियों से बच नहीं सकते. श्रीकृष्ण ने कभी किसी बात की शिकायत नहीं की, हर परिस्थिति को जिया और जीता. आज डीएवी पब्लिक स्कूल गुमला में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया जिसमें नर्सरी से कक्षा द्वितीय तक के विद्यार्थियों ने भाग लिया. छोटे छोटे बच्चों ने गायत्री मंत्र का पाठ कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. जब उन्होंने श्रीकृष्ण की जीवनी का जीवंत मंचन किया तो पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. श्रीकृष्ण और राधा के वेश तथा परिधान में बच्चों का रुप अत्यंत ही मनोहारी प्रतीत हो रहा था.ऐसा लग रहा था मानो साक्षात भगवान पृथ्वी पर आ गए हैं. इस अवसर पर दो एकांकी एवं एक नृत्य सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया गया. रूपसज्जा प्रतियोगिता में नर्सरी की अलीशा, मिशिका एवं उत्कर्ष, एलकेजी के कियान साबू, नव्या साबू एवं अंकुर, यूकेजी के शौर्य आनंद,यशस्वी साबू एवं आरूष, कक्षा प्रथम के लाल अपूर्व नाथ सहदेव, सार्थक मंत्री एवं नव्या नवीन तथा कक्षा द्वितीय के आशी साबू, विक्रमादित्य एवं दिव्य आयुष सह इबराइज ने क्रमशः प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया. निर्णायक की भूमिका सुधा कुमारी, सुमन कुमारी, अर्चना राय ने निभाई .कार्यक्रम को सफल बनाने में अभिजीत झा, मिथिलेश कुमार दुबे, हर्षिता, निशा जायसवाल, मोनिका कुमारी, सुधांशु देवगढ़िया, पार्थ प्रतिम मैती, विजयलक्ष्मी, तनु कुमारी, सुप्रिया नायक ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. कार्यक्रम का संचालन संजुक्ता खटुआ ने किया.