झारखण्ड/ गुमला -घाघरा प्रखंड के जमगाई गांव से दर्जनों की संख्या में ग्रामीण घाघरा थाना पहुंच मनरेगा योजना से मजदूरों को भुगतान न होने वह मेठ के द्वारा अवैध तरीके से पैसे की निकासी की जानकारी थानेदार अमित कुमार चौधरी को दिया. इस दौरान मुखिया राजेश बड़ाईक व रोजगार सेवक रामनाथ केरकेट्टा भी मौजूद रहे. ग्रामीण सीधे तौर पर आप मेठ अरविंद बड़ाईक पर लगा रहे थे ग्रामीणों का कहना था कि 2020 से प्लांटेशन की योजना चल रही है जिसमें कई मजदूरों को पैसा नहीं मिला है. और मेठ अरविंद बड़ाईक के द्वारा अपना पूरा परिवार के नाम से पैसा अवैध तरीके से निकाला जा रहा है. गांव में चल रहे सभी योजना में मेठ के द्वारा मास्टर रोल भर कर पैसा निकाला जा रहा है जो कभी भी योजना में काम नही किया है. इस संबंध में थानेदार अमित कुमार चौधरी से पूछने पर उन्होंने कहा ग्रामीण मनरेगा में गड़बड़ी को लेकर थाना आए थे. जिसमें मुखिया व रोजगार सेवक के समक्ष सभी ग्रामीणों का पक्ष चुना गया कई ग्रामीणों को इस बात का जानकारी नहीं है कि उनका मजदूरी का पैसा उनके दूसरे खाते पर भी गया है. कुछ लोगों का पैसा बकाया है रोजगार सेवक को निर्देश दिया गया है कि मजदूरों का मजदूरी भुगतान का स्टेटस चेक करते हुए भुगतान करे. इस पर रोजगार सेवक व मुखिया ने समय का निर्धारण कर बारी बारी से लोगो के भुगतान की समस्या का समाधान करने की बात कही. इस मौके पर मुख्य रूप से बसंती देवी, सोमारी देवी, लक्ष्मी देवी, बंधन उरांव, प्रदीप उरांव, सोमनाथ उरांव, अजय महली, सिकंदर टोप्पो व सोनू उरांव सहित कई लोग मौजूद थे।