चतरा/गिद्धौर। जिले के गिद्धौर प्रखंड अंतर्गत राजकृत उत्क्रमित मध्य विद्यालय मारंगी में वर्षों पुराने जर्जर भवन में संचालन किया जा रहा है। भवन का छत जहां तहां टूट कर गिर रहा है। वहीं फर्श व दीवार सहित पूरा भवन काफी जर्जर हो गया है। कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। भवन नहीं होने की वजह से इस जर्जर भवन में बच्चे बैठने को विवस हैं। बुधवार को शिक्षक व अभिभावकों के साथ बैठक किया जा रहा था, कि अचानक छत से बड़ा टुकड़ा गिरा और उपस्थित लोग बालबाल बच गए। बताया जाता है कि विद्यालय में 199 बच्चे अध्ययनरत हैं। जबकि इस विद्यालय में कुल 7 कमरे हैं। जिसमें चार कमरे अत्यंत जर्जर हैं। जर्जर भवन होने की सूचना विद्यालय के सचिव मनोज कुमार द्वारा विभाग के कनीय अभियंता के साथ विभाग के वरीय पदाधिकारी को पूर्व में दिया गया है। जिसके पश्चात विभाग के अधिकारियों ने कमरे को मरम्मत कराने का आश्वासन दिया था। परंतु जर्जर भवन की न तो मरम्मत कराई गई और ना ही नवनिर्माण किया गया। वैसे में बच्चों को भवन में बैठने में काफी भय बना रहता है। फिलहाल विद्यालय के बच्चों को जर्जर भवन के कमरे में ही बिठाकर पढ़ाया जा रहा है। जबकि इस विद्यालय में पहला क्लास से आठवीं कक्षा तक के बच्चे पढ़ते हैं। विद्यालय सचिव के साथ ग्रामीणों ने सांसद, विधायक एवं उपायुक्त से जल्द नए भवन निर्माण की मांग की है। मौके पर किशना उरांव, कुंती देवी, संगीता देवी, सुमन देवी, पूनम देवी, सरोज देवी सहित विद्यालय के शिक्षक व अभिभावक मौजूद थे।