करम डाल विसर्जन के साथ प्राकृतिक पर्व करमा हुआ संपन्न
चतरा/गिद्धौर। प्रकृति पर्व करमा जिला मुख्यालय सहित गिद्धौर, पत्थलगड़ा, सिमरिया आदि प्रखंडों में मंगलवार को विभिन्न नदी व जलाशय में अखरों गाड़े गए डाल के विसर्जन के साथ संपन हो गया। करम डाल विसर्जन के क्रम में महिलाएं व युवतियां पारंपरिक करम गीत और नृत्य करते हुए करम डाली के साथ नदी व जलाशयों पहुंची थीं। करम डाल विसर्जन को लेकर कई स्थानों पर जुलूस भी निकाली गई। इससे पहले कई जगह पाहन द्वारा करम डाल को उठाया। उपवास कर रही बालिकाओं ने करम डाली की पूजा अर्चना की। करम डाल विसर्जन को ले प्रखंड के विभिन्न गांव में निकले जुलूस में लोगों ने जमकर नृत्य किया। बालिकाओं ने करम करम कहले आयो, करम का दिन कैसे आवे, अषाढ़-सावन बीत गेला रे, कुवा रे महीना करम गाड़े., सातो भइया रे सातों करम गाड़, भउला सातो गातनी सेवा करैय., आदि गीत के साथ झूमर खेल समां बांध दिया। बताया जाता है कि करमा पूजा भादो एकादशी के दिन मनाया जाता है।