चतरा। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विकास कार्यालय रांची की ओर से सोमवार को मॉडल कॉलेज, चतरा में उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी देकर स्वरोजगार एवं स्टार्टअप को बढ़ावा देना था। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों को पौधा भेंट कर स्वागत के साथ हुई। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मनीष दयाल ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान को सफल बनाने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। अब समय रोजगार खोजने का नहीं, बल्कि रोजगार सृजन करने का है। सुरेन्द्र शर्मा, सहायक निदेशक एमएसएमई विकास कार्यालय, रांची ने सीजीटीएमएसई, मुद्रा योजना, एमएसएमई इनोवेशन योजना (आईपीआर एवं इनक्यूबेशन), पीएम विश्वकर्मा, बारकोड प्रतिपूर्ति योजना जैसी योजनाओं की पात्रता, लाभ और आवेदन प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं का उद्देश्य युवाओं को नवाचार, आत्मनिर्भरता और उद्यमिता की ओर अग्रसर करना है। एलडीएम चतरा एहसान अहमद ने स्टैंड-अप इंडिया, पीएमईजीपी, पीएमएफएमई, मुद्रा लोन जैसी बैंकिंग आधारित योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नए उद्यमी इन योजनाओं का लाभ लेकर छोटे उद्योग स्थापित कर सकते हैं और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन कर सकते हैं। मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्यम विकास बोर्ड के जिला समन्वयक हेमंत केशरी ने पीएम विश्वकर्मा योजना और राज्य सरकार की अन्य एमएसएमई योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने प्रतिभागियों को ऑनलाइन पंजीकरण, प्रशिक्षण प्रक्रिया, एवं लाभ प्राप्ति की शर्तों के बारे में बताया। कार्यक्रम के समापन पर प्राचार्य डॉ. मनीष दयाल ने कहा कि सरकारी नौकरियों की संख्या सीमित है, इसलिए युवाओं को अपने कौशल और विचारों के माध्यम से उद्यमिता अपनाकर आत्मनिर्भर बनना चाहिए। कार्यक्रम संचालन में येशमेंद्र कुमार (स्टेनोग्राफर, एमएसएमई विकास कार्यालय, रांची) एवं संतोष कुमार (यूएनडीपी फेलो) का सराहनीय योगदान रहा।
मॉडल कॉलेज में हुआ उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम, युवाओं को मिला स्वरोजगार का मंत्र
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