मयूरहंड(चतरा)। उपायुक्त कीर्तिश्री जी द्वारा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शनिवार को मयूरहंड प्रखंड क्षेत्र का दौरा किया गया। इस दौरान उन्होंने प्रखंड में संचालित विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जमीनी हकीकत का जायजा लिया। इस क्रम में उपायुक्त ने संबंधित विभागों के वरीय अधिकारियों, कार्यालय प्रमुखों, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ संयुक्त रूप से क्षेत्र का निरीक्षण करते हुए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश भी दिए।
निरीक्षण की शुरुआत करमा पंचायत अंतर्गत अम्बा टांड़ में निर्मित मनरेगा पार्क से हुई। यहां उपायुक्त ने नवनिर्मित पार्क का औपचारिक उद्घाटन करते हुए इस परियोजना की प्रशंसा की और लाभुकों के प्रयासों की सराहना की। यह पार्क लगभग 30 एकड़ क्षेत्र में विकसित किया गया है, जिसे पर्यावरण संरक्षण, सामुदायिक मनोरंजन और रोजगार सृजन के उद्देश्य से निर्मित किया गया है। इसके पश्चात उपायुक्त ने मंझगांवा पंचायत स्थित अनजानवा जलाशय का निरीक्षण कर जलाशय के गहरीकरण, सौंदर्यीकरण एवं साफ-सफाई के साथ इसके पर्यटन एवं सिंचाई के उपयोगी केंद्र के रूप में विकसित किए जाने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा इस क्षेत्र को एक आदर्श ग्रामीण पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की अपार संभावनाएं हैं, जिससे स्थानीय रोजगार को भी बल मिलेगा। उपायुक्त ने प्रखंड मुख्यालय मयूरहंड में संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण कर उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं, औषधि भंडारण, साफ-सफाई और मरीजों को दी जा रही सेवाओं का मूल्यांकन किया व संबंधितों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। साथ ही उपायुक्त ने झारखंड आवासीय बालिका विद्यालय का निरीक्षण कर छात्राओं के लिए उपलब्ध आवासीय सुविधाएं, भोजन की गुणवत्ता, सुरक्षा, शिक्षण व्यवस्था एवं स्वच्छता संबंधी व्यवस्थाओं की बारीकी से समीक्षा की। उन्होंने बालिकाओं की पढ़ाई और स्वास्थ्य में किसी प्रकार की बाधा न आने देने हेतु सभी बुनियादी सुविधाएं समय पर सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। निरीक्षण उपरांत उपायुक्त ने प्रखंड सह अंचल कार्यालय का दौरा कर वहां उपस्थित मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, प्रमुख, जिला परिषद सदस्य एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस अवसर पर उन्होंने प्रखंड के समग्र विकास, योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही बाधाओं एवं स्थानीय समस्याओं पर खुली चर्चा की और संबंधित अधिकारियों को समस्याओं के त्वरित समाधान हेतु निर्देशित किया। इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने प्रखंड कार्यालय में उपस्थित आम नागरिकों की व्यक्तिगत शिकायतें एवं समस्याएं भी सुनीं और उनके त्वरित निष्पादन के लिए संबंधित विभागीय पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।