चतरा। उपायुक्त कीर्तिश्री जी की अध्यक्षता में झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट सह प्रशिक्षण भवन में शुक्रवार को निषिद्ध मादक पदार्थों के रोकथाम एवं जागरूकता कार्यक्रम विषय पर जिला स्तरीय जागरुक्ता सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन उपायुक्त ने विधिवत दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान अपने संबोधन में उन्होंने कहा “विद्यालयों में बच्चों को नशे के दुष्परिणामों से बचाने की दिशा में यह पहल मील का पत्थर साबित होगी। शिक्षक समाज के निर्माता होते हैं और इस अभियान में उनकी भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। ”उपस्थित मास्टर प्रशिक्षकों को नशामुक्त अभियान के तहत विद्यालय, ग्राम एवं पंचायतों में जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया। कार्यक्रम में उपस्थित दिनेश कुमार मिश्रा, जिला शिक्षा पदाधिकारी, अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मोनीदीपा बनर्जी, मास्टर ट्रेनर मंटु प्रजापति एवं अजीत कुमार मिश्रा द्वारा निषिद्ध मादक द्रव्यों की रोकथाम से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षकों ने पावर ऑफ प्रेजेंटेशन प्वाइंट के माध्यम से चतरा जिले के विभिन्न उच्च विद्यालयों से आए शिक्षकों को जागरूक किया और उन्हें प्रभावी रणनीतियों से अवगत कराया। प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित विशेषज्ञों ने मादक पदार्थों की पहचान एवं दुष्परिणाम एनडीपीएस अधिनियम व कानूनी दायित्व, किशोरों में व्यसन के लक्षण व परामर्श तकनीक, विद्यालय स्तर पर नशा उन्मूलन हेतु जागरूकता गतिविधियां, छात्र संवाद, पोस्टर, नाटक व काउंसलिंग सत्र के योजना आदि विषयों पर प्रशिक्षण दिया। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने अपने उद्बोधन में कहा नशा से मुक्त समाज के निर्माण हेतु प्रत्येक शिक्षक को समाज में एक प्रेरक की भूमिका निभानी होगी। यदि हम बच्चों को सही दिशा दिखा सकेंगे तो आने वाली पीढ़ियां स्वस्थ और मजबूत होंगी। उन्होंने आगे आग्रह किया कि जागरूकता के साथ हमें ठोस क्रियान्वयन की दिशा में कार्य करना होगा। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को नशा मुक्त विद्यालय स्वस्थ छात्र जीवन का संकल्प का शपथ दिलाया गया। इस अवसर पर अपर समाहर्ता अरविंद कुमार, जिला से अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी, सभी प्रखंडों के प्रखण्ड कार्यक्रम पदाधिकारी व शिक्षक आदि शामिल थे।