न्यूज स्केल संवाददाता
सिमरिया (चतरा)। खेल खेल में बच्चों को पढ़ाने का माध्यम बन रहा नई शिक्षा नीति। जो बच्चों को नामांकन के पूर्व न सिर्फ अक्षर ज्ञान देगा बल्कि विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति भी सुनिश्चित करेगा। यह जानकारी नई शिक्षा नीति लागू होने के 3 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में केंद्रीय विद्यालय सिमरिया में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बरकाकाना केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य उमेश कुमार ने दी। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति का दृष्टिकोण भारतीय लोकाचार में निहित एक शिक्षा प्रणाली का निर्माण करना है, जो सभी को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करके भारत को बदलने में सीधे योगदान देता है। जिससे भारत एक वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनकर उभरेगा। उन्होंने कहा कि इस शिक्षा नीति के तहत बच्चों को मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान का महत्व बताया जाएगा। जबकि 10+2 के मॉडल को 5+3+3+4 मॉडल में बदला जा रहा है। छात्रों को राज्य की आधिकारिक भाषा में अध्ययन करने की बाध्यता को समाप्त किया जायेगा। इतना ही नहीं छात्रों को दो बार बोर्ड परीक्षा देने की अनुमति प्रदान की जाएगी। मौके पर जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य, केंद्रीय विद्यालय सिमरिया के प्राचार्य डी खलको, इंटर कॉलेज सिमरिया और शिक्षक प्रशिक्षण कॉलेज सिमरिया के प्राचार्य के साथ साथ बीएमसी मेंबर धर्मेंद्र पाठक, विद्यालय के म्यूजिक शिक्षक भरत टांगरी सहित अन्य उपस्थित थे।