मौसम की बेरुखी से हतास हुए किसान, बादलों के बरसने की आस में टकटकी लगाए बैठे हैं, महंगे बीज लेकर खेतों में बोए थे किसान, बारिश के अभाव में पीले पड़ने लगे बिचड़े

0
837

न्यूज स्केल संवाददाता अजीत कुमार यादव
कुंदा(चतरा): चतरा जिले में मानसून इस बार फिर किसानों को धोखा दे रहा है। कम बारिश व मौसम की बेरुखी से अब किसानों की चिंता बढ़ने लगी है। किसान जद्दोजहद कर खेतों में धान के बिचड़े को बचाने में लगे हैं। कुंदा प्रखंड क्षेत्र से कई किसानों ने बताया कि लगातार दूसरी वर्ष भी मौसम की बेरुखी ने चिंता बढ़ा दी है। महंगे बीज धान, मक्का, अरहर, टमाटर समेत अन्य कई सब्जी फसल के बीज बो चुके किसानों का कहना है की धान की रोपनी करना तो दूर खेतों में बोए गए बीज को बचाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। बारिश ना होने के कारण कुआं में पानी का लेयर भी काफी नीचे जा चुका है। कुछ कुएं व तालाब पूर्णतः सूखे हुए है। ऐसे हालात में खेतों तक पानी पहुंचाना किसानों के लिए किसी जंग जीतने से कम नहीं है। वहीं जिन किसानों के पास पटवन की सुविधा नहीं है वैसे किसान बादलों के बरसने की आस में टकटकी लगाए बैठे हैं। वहीं फसलों को मुरझाता देख किसान हताहत हैं। किसानों ने यह भी बताया की फसल पर ही जीविका चलाने से लेकर पूरे परिवार का भरण पोषण के लिए निर्भर रहते है।